चाचा से शादी रचाने वाली भतीजी की चिता जलाई

रूद्र ना० यादव/०९ नवंबर २०११
अय मुहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया, जाने क्यों आज तेरे नाम पे रोना आया.
मुरलीगंज के सिंगियान गाँव की कहानी पूरे जिले को शर्मशार करने वाली है.गाँव के ही अनुपम कुमारी और मुकेश यादव ने जहाँ रिश्तों को कलंकित किया वहीं अनुपम की हत्या कर उसके परिवार वालों ने भी दरिंदगी का परिचय दिया.अनुपम कुमारी की हत्या कर उसे उसी चिता पर जला दिया गया जिस पर अभी-अभी इस परिवार के मुखिया को जलाया गया था.
   कहानी शुरू होती है मुकेश यादव का अपनी भतीजी से साथ बने प्रेम-सम्बन्ध से.बताते हैं कि घर में ही यह पवित्र रिश्ता इस कदर दागदार हो गया कि चाचा और भतीजी के बीच शारीरिक सम्बन्ध भी स्थापित हो गए.अनुपम की शादी परिवार के लोगों ने अन्यत्र कर दी पर अनुपम चाचा मुकेश के बिना रह न सकी.ससुराल से भागकर गाँव आयी तो मुकेश उसे भगा ले गया.दोनों ही पति-पत्नी के रूप में हरियाणा जाकर रहने लगे.दो महीने हरियाणा में रहने के बाद दोनों ने हिम्मत जुटाई और समाज को धता बताकर इसी साल २६ अगस्त को नोटरी पब्लिक के सामने शपथ लेकर इस नाजायज शादी को कानूनी जामा पहनाने का प्रयास किया.इसके बाद तो हद तब हो गयी जब दोनों पति-पत्नी बनकर सिंगयान में ही रहना शुरू किये.समाज इनके रिश्ते पर आग बबूला होता रहा पर प्रेम में अंधे मुकेश और अनुपम को कोई फर्क नहीं पड़ा.

   मामले ने मोड़ उस समय लिया जब इसी परिवार का एक वृद्ध भूमि यादव मरा.परिवार भूमि यादव को जलाकर भोज की तैयारी में लग गया.गाँव वालों को जब इस भोज में निमंत्रण दिया तो गाँव वालों का दबा गुस्सा अब सामने आ गया.कहा, इस बेहया लड़की और इसके निर्लज्ज चाचा को इस भोज से बाहर करो,तब ही हम भोज में आयेंगे,वर्ना बहिष्कार.इस मुद्दे पर बात बढ़ी और अपने ही परिवार का गुस्सा शादी रचाने वाले मुकेश और अनुपम पर उतरना शुरू हुआ.मुकेश परिवार के गुस्से को भांप गाँव छोड़कर भाग निकला,पर अनुपम परिवार के गुस्से का शिकार बन बैठी.परिवार के लोगों ने पहले तो अनुपम की पीट कर हत्या कर डाली, फिर उसे भूमि यादव के चिता पर ही ले जाकर आग के हवाले कर दिया.उधर मुकेश को जब अनुपम के इस अंत की जानकारी मिली तो उसने पुलिस को फोन किया.
   पुलिस ने अनुपम की हत्या का मामला दर्ज कर दस ग्रामीणों को नामजद अभियुक्त बनाया,जिसमे से एक को आज गिरफ्तार भी कर लिया गया.बाक़ी अभियुक्त गाँव छोड़कर फरार हैं.चर्चा का विषय बने इस कांड पर तरह तरह की बातें हो रही हैं.क़ानून को हाथ में लेने से जहाँ यह परिवार अभी मुसीबत में है वहीं बहुत से लोगों का यह भी मानना है कि ऐसे गिरे हुए सम्बन्ध का ऐसा ही अंजाम होना चाहिए ताकि समाज में खून के संबंधों को गन्दा करने से पहले लोग एक बार फिर से सोचने पर मजबूर हों.
चाचा से शादी रचाने वाली भतीजी की चिता जलाई चाचा से शादी रचाने वाली भतीजी की  चिता जलाई Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 09, 2011 Rating: 5

1 comment:

Powered by Blogger.