असाक्षर कैदियों को भी बनाया जा रहा साक्षर

बंटी सिंह/२९ अगस्त २०११
मधेपुरा जेल के उन कैदियों को साक्षर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है जो असाक्षर हैं.स्वतंत्रता दिवस के दिन से बिहार राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण एवं जन शिक्षा निदेशालय पटना द्वारा शरू किये गए प्रेरणा कार्यक्रम का लाभ कैदियों को अब मिलने लगा है.ट्रेनर जनेश्वर शर्मा और शम्भू कुमार के द्वारा प्रारम्भ में आठ कैदियों को ट्रेनिंग दिया जा रहा है.बाद में यही आठ ट्रेनर बाक़ी कैदियों को साक्षर बनाने का काम करेंगे.बताया जाता है कि मधेपुरा मंडल कारा में बंद कुल ४५१ कैदियों में से अभी भी करीं १५५ असाक्षर कैदी हैं जिनमे से १४३ पुरुष और बारह महिला हैं.
   प्रेरणा कार्यक्रम के लिए शिक्षा विभाग द्वारा मंडल कारा को ४६ हजार रूपये का अनुदान भी दिया गया है.इसके अलावे १० हजार रूपये कैदियों के लिए पुस्तक खरीदने के लिए भी दिया गया है.मधेपुरा मंडल कार के जेलर धर्मेन्द्र कुमार बताते हैं कि कैदियों में सीखने की ललक को देखते हुए उन्हें शब्द ज्ञान से अक्षर ज्ञान की जानकारी दी जा रही है.
   वैसे इस कार्यक्रम का उद्देश्य कैदियों को सिर्फ साक्षर बनाना ही नहीं है,बल्कि उन्हें अच्छा जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करना,परिवार तथा समाज के प्रति जिम्मेदारी का एहसास कराना,आत्मविश्वास जगाने के साथ ही समय का सदुपयोग करना भी सिखाना है.अब देखना है कि इस तरह के कार्यक्रम कैदियों में अंतत: कितना सुधार ला पाते हैं?
असाक्षर कैदियों को भी बनाया जा रहा साक्षर असाक्षर कैदियों को भी बनाया जा रहा साक्षर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 29, 2011 Rating: 5

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