वि०वि० के दीक्षांत समारोह पर रोक:अनियमितता की होगी जांच,लोगों में हर्ष व्याप्त

रूद्र  नारायण यादव/१४ जनवरी २०११
बी०एन०मंडल विश्वविद्यालय में १७ जनवरी को होने वाले पहले दीक्षांत समारोह पर राज्यपाल ने रोक लगा दी है.२१ नवंबर २०१० को ही मधेपुरा टाइम्स ने इस दीक्षांत समारोह के आयोजित करने पर कुलपति की शक्ति पर प्रश्नचिन्ह लगाया था.(पढ़ें:विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह बना विवाद का कारण) तथा  सरकार का ध्यान इसमें हो रही अनियमितता की और दिलाने का प्रयास किया था.आखिरकार राज्यपाल ने इस विवादास्पद दीक्षांत समारोह को अगले आदेश तक स्थगित करने का आदेश दे दिया है.साथ ही इसमें हो रही अनियमितता की भी जांच अब राजभवन करायेगी.राज्यपाल के इस कदम से जहाँ वि०वि० प्रशासन को जोर का झटका लगा है,वहीं आम लोगों ने राहत की सांस ली है.दरअसल वर्तमान वी०सी० इसी २४ जनवरी को रिटायर हो रहे हैं और उनकी वित्तीय शक्ति पर पूर्व में ही रोक लगा दी गयी थी.फिर भी ५० लाख रूपये का व्यय बजट तैयार कर बहुत कुछ खर्च भी कर दिया गया है.हालांकि इस बजट में राजभवन से कटौती कर दी गयी थी.कहा तो ये भी जा रहा है कि ये यूजीसी की राशि का भी घोटाला है जो ऑडिटोरियम तथा अन्य निर्माण कार्य में किया गया था और उसी घोटाले को 'ह्वाइट' करने के लिए ये सब किया गया है.राजभवन से इस पर रोक संबंधी आदेश १० जनवरी को ही फैक्स से वि०वि० को भेज दिया गया था,पर यहाँ इस आदेश का खुलासा १२ जनवरी को किया गया और तब तक आनन-फानन में काम होता गया.बताते हैं कि इससे सम्बंधित काम अभी भी चल रहा है जो सरासर राजभवन के आदेश की अवहेलना है.वि०वि० के सीनेटर हीरा कुमार सिंह मधेपुरा टाइम्स को बताते  हैं कि इस सम्बन्ध में पूरी जांच अच्छे तरीके से होनी चाहिए साथ ही इससे जुड़े अधिकारियों के व्यक्तिगत संपत्ति की भी जांच हो तो सच सामने आ सकता है.जो भी हो दीक्षांत समारोह पर रोक लगना  और वित्तीय अनियमितता की जांच की बात होना वि०वि० के माथे पर कलंक लगने जैसा है.जांच में दोषी पाए जाने वालों को कड़ी से कड़ी सजा तो मिलनी ही चाहिए.      
वि०वि० के दीक्षांत समारोह पर रोक:अनियमितता की होगी जांच,लोगों में हर्ष व्याप्त वि०वि० के  दीक्षांत समारोह पर रोक:अनियमितता की होगी जांच,लोगों में हर्ष व्याप्त Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 14, 2011 Rating: 5

1 comment:

  1. It is indeed a relief that the Convocation has been deferred. We had been demanding it in view of the outgoing VC's retirement scheduled only a few days ahead and his ugly trackrecord of massive corruption, nepotism and bungling. The VC, whose claim to fame is that his son and daughters are IAS and IPS has surpassed all previous VCs in amassing wealth from his present assignment. There should be a high level inquiry against him.

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