पत्नी की दुत्कार से तुलसी बने थे इतने बड़े संत

संवाददाता/29 जुलाई 2012
जिला मुख्यालय के बाय पास स्थित कौशिकी क्षेत्र हिन्दी साहित्य सम्मलेन भवन के अम्बिका सभागार में आज तुलसी जयन्ती तथा पंडित युगल शास्त्री प्रेम पुण्य तिथि समारोह मनाया गया.छात्रों की उपस्थिति में मौजूद इस समारोह का आकर्षण कई नामी-गिरामी साहित्यकार थे.कार्यक्रम के शुरुआत में वरिष्ठ साहित्यकार एवं कौशिकी क्षेत्र हिन्दी साहित्य सम्मलेन के अध्यक्ष श्री हरिशंकर श्रीवास्तव शलभ ने गोस्वामी तुलसीदास के कार्यों और उपलब्धियों को विस्तार से बताया.कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्वान अपर जिला जज डा० रामलखन यादव ने तुलसीदास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पत्नी की आसक्ति में जब वे एक दिन रात में ससुराल पहुंचे तो पत्नी ने उन्हें दुत्कारा.और यही दुत्कार ने उन्हें रामबोला से संत तुलसीदास बना कर दुनियां भर में प्रसिद्धि दिला दी.कार्यक्रम में वक्ताओं ने मधेपुरा के पंडित युगल शास्त्री प्रेम के भी साहित्य में योगदान कि चर्चा की.
   इस अवसर पर परिवार न्यायाधीश श्री प्रदीप कुमार मलिक, विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद व पूर्व उपकुलपति डा० रामेन्द्र कुमार यादव रवि, डा० भूपेंद्र ना० मधेपुरी, डा० शान्ति यादव, प्राचार्या, डा० के. के. मंडल, डा० श्यामल किशोर यादव, डा० अमोल राय, डा० आलोक कुमार, विनीत उत्पल,वरिष्ठ उप-संपादक, राष्ट्रीय सहारा, डा० सचिंद्र महतो, डा० सिद्धेश्वर कश्यप, अरविन्द श्रीवास्तव (कवि), श्री दशरथ प्रसाद सिंह कुलिष आदि भी मौजूद थे जिनमे से कईयों ने अपने विचार रखे.
पत्नी की दुत्कार से तुलसी बने थे इतने बड़े संत पत्नी की दुत्कार से तुलसी बने थे इतने बड़े संत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 29, 2012 Rating: 5

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