पत्नी भये कोतवाल तो अब डर काहे का:मंत्रीपति को कानून का खौफ नहीं

संवाददाता/४ मार्च २०१२
पुरानी कहावत है सैंया भये कोतवाल अब डर काहे का, पर यहाँ जदयू के प्रदेश महासचिव विजय कुमार सिंह पर यह कहावत उल्टा होकर लागू साबित हो रही है.बिहार सरकार के उद्योग-सह-आपदा मंत्री रेणु कुमारी कुशवाहा के पति विजय कुमार सिंह पर उदाकिशुनगंज में दलित महिलाओं की उस समय पिटाई करने का आरोप है जब ये दलित महिलायें पुनर्वास की मांग लेकर उनसे मिलने गयी थी.१७ जनवरी २०१२ को उक्त घटना के बाद उदाकिशुनगंज थाना में मंत्रीपति समेत तीन के विरूद्ध अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार (नि०) अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया था.
    पर अभी तक मंत्रीपति को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करना तो दूर उलटे पुलिस की मौजूदगी में ही मंत्रीपति कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं.इस समय जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव जब क्षेत्र के दौरे पर हैं तो आरोपी विजय कुमार सिंह भी उनके साथ कभी बैठे तो कभी उनकी माईक ठीक करते नजर आ रहे हैं.कार्यक्रम में मंत्री साहिबा भी शिरकत करती नजर आती हैं.
  देखा जाय तो पुलिसिया क़ानून सत्ता के लोगों पर लागू नहीं होता है.मंत्रीपति की जगह पर यदि कोई आम आदमी होता तो फिर पुलिस की कार्यवाही देखने लायक होती.विपक्षी नेता लाख चिल्ला ले, पर यहाँ चूंकि मामला सत्ता के लोगों का है तो मधेपुरा पुलिस उनके विरूद्ध किसी भी कार्यवाही की हिमाकत कर खुद को फेरे में डालना नहीं चाहेगी.वैसे भी अधिकाँश लोगों का यही मानना होता है कि पुलिसिया क़ानून का रिमोट सत्ता के ही हाथ में होता है.
पत्नी भये कोतवाल तो अब डर काहे का:मंत्रीपति को कानून का खौफ नहीं पत्नी भये कोतवाल तो अब डर काहे का:मंत्रीपति को कानून का खौफ नहीं Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 04, 2012 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.