आरोप है कि मध्य रात्रि में विजय कुमार, उसके पिता कारी यादव, पत्नी काजल देवी और मां (नाम अज्ञात) ने मिलकर धारदार हथियार से राजदीप का गला काट दिया। हत्या के बाद शव को गायब करने की नीयत से शौचालय के टैंक में डालने की कोशिश की गई। इसी दौरान पड़ोसी जाग गए। हड़बड़ी में शव को टैंक के पास से खींचकर आंगन में छोड़ दिया गया। शोर होने पर ग्रामीणों ने भतनी थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया।
मृतक के पिता ने कहा कि राजदीप और विजय पिछले पांच वर्षों से घनिष्ठ मित्र थे। इसी भरोसे पर राजदीप ने विजय को मकान बनाने के लिए 2 लाख रुपये उधार दिए थे। रुपये हड़पने की नीयत से ही पुत्र की साजिशन हत्या कर दी गई।भतनी थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष उमेश कुमार ने बताया कि राजदीप हत्याकांड में मृतक के पिता अनिल यादव के आवेदन पर चार लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। त्वरित कार्रवाई करते हुए विजय कुमार, उसकी पत्नी काजल देवी और उसके पिता कारी यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं कारी यादव की पत्नी की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। मामले की हर एंगिल से तफ्तीश की जा रही है।
गांव में इस वारदात को लेकर दहशत और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि दोस्ती और विश्वास के नाम पर इस तरह की हत्या ने सभी को हिला दिया है.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/मधेपुरा टाइम्स)

No comments: