निरीक्षण के दौरान डीएम ने मीरगंज चौक पर जलजमाव और सड़क की बदहाल स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्काल समस्या के समाधान का निर्देश दिया। मालूम हो कि मीरगंज चौक मधेपुरा, सहरसा, सुपौल और पूर्णिया सहित तीन जिलों को जोड़ने वाला एक अहम जंक्शन है। इसके बावजूद यहां की सड़क लंबे समय से जर्जर स्थिति में थी। चौक पर हर समय जलजमाव बना रहता था, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को भारी परेशानी होती थी।
डीएम के निरीक्षण के कुछ ही मिनटों के भीतर पथ निर्माण विभाग और स्थानीय प्रशासन की ओर से सड़क मरम्मती का कार्य शुरू कर दिया गया। पूरे दिन सड़क के गड्ढों को भरा गया और बस स्टॉप के समीप सड़क का ऊंचीकरण किया गया ताकि बारिश के दौरान पानी जमा न हो। कई महीनों से खराब सड़क से परेशान स्थानीय दुकानदारों, यात्रियों और स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों को थोड़ी राहत मिली है। लोगों ने कहा कि डीएम के आने के बाद ही वर्षों से उपेक्षित सड़क पर काम शुरू हुआ है। यदि प्रशासन इसी तरह संवेदनशीलता दिखाए, तो मीरगंज जैसे महत्वपूर्ण स्थल की स्थिति जल्द सुधर सकती है।
मधेपुरा के जिलाधिकारी तरनजोत सिंह ने उन्होंने मीरगंज चौक स्थित एसएच-91, लक्ष्मीपुर चंडी स्थान के पास गंगापुर उपवितरणी नहर और दुर्गापुर में क्षतिग्रस्त नहर का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सीमांकन उपरांत कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया। गंगापुर नहर में जल पहुंचाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया, जबकि दुर्गापुर नहर की मरम्मति कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश सिंचाई प्रमंडल त्रिवेणीगंज को दिया गया, ताकि किसानों को राहत मिल सके।

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