नरेंद्र ने एसपी को आवेदन देकर गांव के ही अरविंद कुमार पर अपहरण का केस दर्ज कराया है. नरेंद्र ने बताया कि अरविंद उसे निजी काम से मधेपुरा ले गया था. लौटते समय भेलवा चौक के पास रामनगर चिमनी के उत्तर पुलिया के पास पेशाब करने के बहाने उतारा. अरविंद मोबाइल पर बात करने लगा. तभी चार-पांच अज्ञात लोग चार चक्का वाहन से आए और उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया और आंखों पर पट्टी बांध दी. हथियार दिखाकर धमकाया और मोबाइल छीन लिया. उन्होंने कहा कि अपहरणकर्ताओं में एक दिलखुश कुमार है, जो सहरसा जिले के बिहरा थाना क्षेत्र के आरन गांव का रहने वाला है.
बताया कि अपहरणकर्ताओं ने नरेंद्र के ही फोन से उसके घरवालों को कॉल कर 7 लाख रुपये फिरौती मांगी और धमकी दी कि पैसे नहीं मिले तो जान से मार देंगे. परिवार ने अपराधियों के बताए ठिकाने पर एक लाख रुपये पहुंचाए. इसके बाद बिहरा थाना क्षेत्र के आरन बिशनपुर गांव के पास रात 9:30 बजे नरेंद्र को छोड़ दिया. किसी तरह वह घर पहुंचा और घैलाढ़ ओपी को सूचना दी लेकिन पुलिस ने क्षेत्राधिकार का बहाना बनाकर टालमटोल किया. अपराधियों ने धमकी दी कि पुलिस को सूचना दी तो जान से मार देंगे. बाकी रकम जल्द भेजने को कहा. नरेंद्र को शक है कि अरविंद ने साजिश के तहत उसका अपहरण कराया है.
वहीं घैलाढ़ ओपी अध्यक्ष अवधेश प्रसाद ने बताया कि जानकारी मिली है. मामले की जांच की जा रही है.

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