मधेपुरा मे सीएम के प्रगति यात्रा से पूर्व ही नगर परिषद क्षेत्र मे विकास कार्यों को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी, 1 करोड़ 44 लाख गबन घोटाले का आरोप. बिना प्रशासनिक स्वीकृति के ही निकासी हुई 1 करोड़ 44 लाख की सरकारी राशि।
आरोप के मुताबिक शहर में लगे प्याऊ और शौचालय निर्माण कार्यों मे बरती गयी है भारी अनियमिता, नगर परिषद के वार्ड पार्षदों ने लगाया कार्यपालक पदाधिकारी पर सरकारी राशि की बंदरबाँट का आरोप। वहीं नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी सुश्री तान्या कुमारी ने मामले को किया अपने सिरे से ख़ारिज. कहा मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप हैं बेबुनियाद, सशक्त बोर्ड के बैठक मे सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के बाद ही राशि की हुई है निकासी। कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि हमें जो सहयोग मुख्य पार्षद और वार्ड पार्षद से मिलना चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है. फिलहाल एक दूसरे पर छींटाकशी को लेकर शहर मे कई विकास कार्य है बाधित. उन्होंने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र मे जो भी विकास कार्य किए जा रहे है वो सभी सरकारी निर्देश और नगर परिषद के नियमानुसार हीं की जाती है।
इधर नगर परिषद के कई वार्ड पार्षद ने कार्यपालक पदाधिकारी पर आरोप लगाया कि जहाँ एक प्याऊ की लागत 2 लाख हीं वहीं एक प्याऊ मे 9 लाख 5 हजार की राशि का वारे न्यारे की गयी है. इतना हीं नहीं शौचालय निर्माण और मरम्मति के नाम पर करोड़ों की राशि का गबन किया गया है जो जाँच का विषय है, इस मामले को लेकर वार्ड पार्षद नगर विकास आयोग से जांच कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैँ।
नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी पर पार्षदों ने लगाया भारी अनियमिता का आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 12, 2025
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