दरअसल जलस्तर बढ़ने पर पिछले कई वर्षो के बाद कोसी बराज के 56 फटक खोल दिए गए हैं, जिससे खासकर सुपौल, सहरसा और मधेपुरा के इलाके में जलस्तर बढ़ काफी सकता है. लेकिन यदि जानकारों की मानें तो फिलहाल वर्ष 2008 की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी, घबराने की कोई बात नहीं है किंतु सावधानी बरतने की जरूरत जरूर है ।
बता दें कि खासकर कोसी नदी और अन्य प्रमुख नदी किनारे बसे लोगों को ऊंचे स्थान पर शरण लेने की जरूरत है। वहीं इस मामले को लेकर सुपौल जिले के वीरपुर अनुमंडल एसडीएम नीरज कुमार ने बताया कि कोसी बराज में जलस्तर काफी बढ़ गया है आज 547000 क्यूसेक पानी की निकासी हुई है और बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए है जिससे सुपौल सहरसा और मधेपुरा के इलाकों में अगले 24 घंटो में विभिन्न नदियों का फ्लो बढ़ सकता है. निचले इलाके में लोगों को ऊंचे स्थान पर चले जाने की जरूरत है वैसे घबराने की कोई बात नहीं है। वर्ष 2008 की स्थिति उत्पन्न होने वाली नहीं है फिर भी लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
वहीं उन्होंने बताया कि वैसे अगले 24 घंटो में मधेपुरा के इलाकों जलस्तर काफी तेजी से बढ़ सकता है कोसी नदी और अन्य प्रमुख नदियों में जलस्तर काफी बढ़ सकता है. ऐसे नदियों के निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित व ऊंचे स्थान पर चले जाने की जरूरत है ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी से बचा जा सकता है. उन्होंने बताया कि आज देर शाम से कोसी बराज स्थित नेपाल से काठमांडू जाने वाले मुख्य सड़क को पूर्ण रूपेण बंद कर दिया गया है सभी वाहनों का परिचालन ठप है अगले आदेश तक मुख्य सड़क पर वाहनों का परिचालन ठप रहेगा।

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