बच्ची की मां और फुआ ने बताया कि 6 महीने पहले बच्ची और उसकी बड़ी बहन को स्कूल और हॉस्टल में भर्ती कराया गया था। शनिवार को दोनों बहनों में स्लेट को लेकर झगड़ा हुआ। इसी बात पर स्कूल संचालक के भतीजे ने बच्ची को बेरहमी से पीटा। शाम को स्कूल संचालक बच्ची को मां की दुकान पर छोड़ गया। कहा कि बच्ची को बुखार है, डॉक्टर को दिखा दीजिए।
मां ने जब बच्ची के कपड़े हटाए तो पीठ, गर्दन और हाथ पर जख्म के निशान थे। परिजनों ने बताया कि बच्ची को सुई भी चुभाई गई। परिजनों का आरोप है कि बच्ची को बेल्ट से पीटा गया। स्कूल संचालक से पूछने पर उन्होंने घटना से इनकार कर दिया।
घटना सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन मामले को दबाने की कोशिश में जुटा है। लगातार मीटिंग की जा रही है।
कुछ ले-देकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश हो रही है। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि मारपीट के दौरान युवक नशे में था। मारपीट की आवाज स्कूल से बाहर तक सुनाई दे रही थी। शाम को बारिश होने के कारण कोई स्कूल नहीं पहुंच सका। ग्रामीणों का कहना है युवक नशे में ही स्कूल आता-जाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।शंकरपुर थाना अध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। बच्ची का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। परिजनों ने अब तक आवेदन नहीं दिया है।

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