हृदय गति रुकने से मधेपुरा के चिकित्सक का कोटा में निधन, शोक की लहर

हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा आकस्मिक मौत की बड़ी वजह बनती जा रही है। पहले कहा जाता रहा है कि यह 50 उम्र के बाद की बीमारी है लेकिन इधर देखने में आ रहा है कि 25 से 40 साल के युवा इसकी वजह से जान गंवा रहे हैं। फिटनेस के प्रति जागरूक नेता और अभिनेता भी इससे बच नहीं पा रहे हैं। 

अब हार्ट अटैक ने एक डाॅक्टर की जान ले ली है। कुमारखंड प्रखंड के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भौकराहा में पदस्थापित व शंकरपुर पीएचसी के पूर्व प्रभारी डॉ कुंदन कुमार  (52 वर्ष) का बुधवार के सुबह हृदय गति रुकने से राजस्थान के कोटा में निधन हो गया। डॉ कुंदन कुमार कोटा में पढ़ रहे पुत्र से मिलने मंगलवार के शाम को गए थे, वहीं यह दुखद घटना हुई। इसकी जानकारी होते ही मधेपुरा के चिकित्सकों में शोक व्याप्त हो गया। फोन पर चिकित्सक एक दूसरे से दु:ख जताने लगे। 

इस बाबत शंकरपुर पीएचसी प्रभारी डॉ जीके दिनकर ने बताया कि मंगलवार के शाम डॉ कुंदन कुमार कोटा पुत्र से मिलने गए थे। वहां पर पहुंचने के बाद स्नान करने के दर्द हुआ जिसके बाद स्थानीय अस्पताल में ईलाज के लिए ले जाया गया। जहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया। वहां पर ईलाज के दौरान बुधवार की सुबह मौत हो गई । मौत से चिकित्सकों में शौक की लहर दौड़ गई । उन्होंने बताया कि डॉ कुंदन कुमार को एक पुत्र और एक पुत्री है, जो कोटा में रहकर पढ़ाई करते थे। वे एक मिलनसार व्यक्ति थे । शंकरपुर में 7 वर्ष तक रहकर लोगों की सेवा की। पीएचसी प्रभारी डॉ जीके दिनकर, बीएचएम नज़ीर, डॉ प्रमोद कुमार, बीसीएम राजीव कुमार, मुखिया कुंदन कुमार सहित अन्य कई स्वास्थ्य कर्मियों ने शोक व्यक्त की ।

हृदय गति रुकने से मधेपुरा के चिकित्सक का कोटा में निधन, शोक की लहर हृदय गति रुकने से मधेपुरा के चिकित्सक का कोटा में निधन, शोक की लहर  Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 07, 2024 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.