राज्य सरकार के द्वारा जिला परिवहन विभाग के कर्मचारियों और पदाधिकारियों के सामूहिक तबादले के बाद पिछले 27 दिनों से तमाम काम काज पूरी तरह ठप्प है. एक ओर जहां परिवहन मालिक अपने-अपने काम को लेकर नित्य दिन चक्कर काट रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकार को लाखों का नुकसान प्रतिदिन हो रहा है. काम नहीं होने पर वाहन मालिक में भारी आक्रोश है.
मालूम हो कि राज्य सरकार ने जिला परिवहन कार्यालय के तमाम कर्मचारियों और जिला परिवहन पदाधिकारी का तबादला 29 जून को कर दिया. तबादला के बाद तमाम कर्मचारी ने पद भार ले लिया लेकिन परिवहन पदाधिकारी का पद स्थापन नहीं हुआ. इस बीच जिला पदाधिकारी ने तत्काल एक पदाधिकारी को परिवहन पदाधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी लेकिन राज्य परिवहन विभाग से आईडी प्राप्त नहीं होने से परिवहन विभाग का पिछले 27 दिनो से कामकाज पूरी तरह ठप्प है.
परिवहन विभाग ने बजाप्ता विभाग के दीवार और काउंटर पर नोटिस चिपका डाला है कि जिला परिवहन कार्यालय, मघेपुरा सूचना, सूचित किया जाता है कि जिला परिवहन कार्यालय के सभी कर्मी का स्थानांतरण हो जाने के कारण कार्यालय का कार्य बाधित रहेगा. जबकि परिवहन विभाग ने एक दूसरे नोटिस में लिखा है कि सूचित करना है कि कार्यालयों के सभी कर्मी का दिनांक 29 जून 2024 को स्थानांतरण हो जाने के कारण User Id बंद हो जाने से कार्यालय कार्य अगले आदेश तक बाधित रहेगा. आदेशानुसार , जिला परिवहन पदाधिकारी.
मधेपुरा टाइम्स की टीम पिछले शुक्रवार को 12:15 परिवहन कार्यालय पहुंची तो वहां पूरा सन्नाटा पसरा था. कार्यालय के अन्दर कुछ कर्मचारी मौजूद थे. काउंटर पूरी तरह खाली था. सभी काउंटर के आगे परिवहन पदाधिकारी द्वारा जारी सूचना चिपका दिखा. कर्मचारी से पूछने पर सिर्फ एक जवाब आईडी बंद खुलने पर सम्पर्क करेंगे. कब होगा के सवाल पर बताया कि नोटिस पढ़ लें.
पिछले 27 दिनो से विभाग का पूरा कामकाज ठप्प होने से सैंकड़ों वाहन मालिक, वाहन चालक का ना तो रोड टेक्स जमा हो रहा न ही परमिट बन रहा, न ड्राइविंग लाइसेंस न ही लाइसेंस रेनुअल हो रहा है. जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है. विभागीय कार्य न होने से सरकार को प्रतिदिन लाखो का नुकसान हो रहा है.
जानकारी हो कि राज्य सरकार को सबसे अधिक आय प्राप्त होने वाला परिवहन विभाग और जमीन निबंधन से होता है. दूसरी ओर बड़े वाहन मालिक का रोड टैक्स जमा नही होने से वाहन पकड़ने का डर है कि पकड़े जाने पर भारी जुर्माना होगा. ऐसे वाहन मालिक प्रतिदिन परिवहन कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. वाहन मालिक का कहना है कि कार्यालय का कामकाज बंद है. टैक्स जमा नहीं हो रहा है तो फिर जुर्माना क्यों?

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