बैठक में जिला अध्यक्ष चंद्रमणि कुमार ने बताया कि हम लोगों की बहाली आईसीटी इंस्पेक्टर के पद पर कुछ महीने पहले की गई थी. इसमें हम लोगों को अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के आदेशानुसार विभिन्न एजेंसियों के द्वारा 5 से 6 वर्ष के अनुबंध के लिए की गई थी. जबकि विगत 10 फरवरी 2024 को माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया कुमार प्रसाद श्रीवास्तव के द्वारा सभी आईसीटी इंस्पेक्टर को हटाने का निर्देश दिया गया और कहा गया कि इन सभी से 31 मार्च 2024 तक ही कार्य लिया जाएगा. उसके पश्चात इन सभी को कार्य मुक्त कर दिया जाएगा.
हम लोगों का कहना है कि जब हम लोग को रखना ही नहीं था तो बहाली क्यों की गई. जबकि हम लोगों को 5 से 6 साल अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के निर्देशानुसार एजेंसियों के द्वारा रखा गया है. जिस दिन से हम लोगों की बहाली हुई है उस दिन से हम लोगों से स्कूल लैब संचालक के बाद यू डाइस प्लस का भी काम और विभिन्न तरह का कार्य पदाधिकारी और स्कूल प्रबंधन के द्वारा तरह-तरह का आदेश निकालकर करवाया गया. जब से हम लोगों की बहाली हुई है तब से अभी तक हम लोगों को एक भी महीने का वेतन नहीं मिला है तथा एक्स्ट्रा काम का भी कोई देय राशि तय नहीं की गई है. इसके बावजूद हम लोग अपना काम पूरी ईमानदारी पूर्वक करते आ रहे हैं. शिक्षा विभाग के द्वारा निकाले गए इस तुगलकी फरमान का हम लोग पूरा विरोध करते हैं. इस समय हम लोग के साथ जो बेरोजगारी एवं भुखमरी की समस्या उत्पन्न हुई है इसका जवाबदेह कौन होगा ? हमारी सरकार से गुजारिश और अनुरोध है कि हम लोगों के साथ न्यायपूर्ण व्यवस्था की जाए.
इस मौके पर संघ के जिला सचिव प्रभास कुमार, उपाध्यक्ष कुंदन कुमार, महासचिव अंकिता कुमारी, नविता कुमारी, सुमित कुमार, भारती कुमारी, तृप्ति कुमारी, रुबी कुमारी सहित अन्य आईसीटी इंस्ट्रक्टर मौजूद थे.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 18, 2024
Rating:


No comments: