माया विद्या निकेतन का सफर संघर्षों से होते हुए सफलता तक पहुंचने का रहा.
अपने उद्घाटन संबोधन में विद्यालय संचालिका चंद्रिका यादव ने कहा कि माया विद्या निकेतन की स्थापना समाज को कुछ बेहतर बनाने और शैक्षणिक माहौल को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से हुई. स्थापना से आज तक का सफर कई प्रकार के उतार चढ़ाव का रहा, जिसमें सबों के सहयोग से आज विद्यालय निरंतर सफलता की नई गाथा लिख रहा है. उन्होंने कहा कि इस परिसर से निकले बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. यही इस विद्यालय की मूल पूंजी है. इस मौके पर उन्होंने समाज के सभी वर्गों से मिले सहयोग और मार्गदर्शन का भी आभार व्यक्त किया. वहीं चंद्रिका यादव ने कहा कि संकल्प के कुछ पड़ाव अभी और प्राप्त करने हैं.
प्रतियोगिता प्रतिभाओं के निखारने का सर्वोत्तम माध्यम
स्थापना दिवस के अवसर पर 2023/24 सत्र के दौरान विभिन्न अवसरों पर हुए प्रतियोगिताओं के सफल प्रतिभागी को मेडल, प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया. साथ ही ओवर ऑल सर्वे के आधार पर बेस्ट स्टूडेंट, बेस्ट क्लास टीचर, आर्टिस्ट ऑफ कैंपस के सम्मान से भी बच्चों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर विद्यालय संचालिका एवं शिक्षकों द्वारा सम्मानित किया गया.
स्थापना दिवस पर स्पेल ओ.बी. रिवर ऑफ वर्ड्स, निबंध, भाषण, चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित
माया विद्या निकेतन के 13वें स्थापना दिवस पर दिन भर प्रतियोगिता का दौर चलता रहा. स्पेल ओ बी, रिवर ऑफ वर्ड्स, मेरे सपने का माया विद्या निकेतन विषय पर भाषण, निबंध, चित्रकला आदि प्रतियोगिता का आयोजन कर ऑन स्पॉट रिज़ल्ट दिया गया. विद्यालय के मुख्य मंच से विद्यालय के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर आयोजन में चार चांद लगा दिया. स्थापना दिवस समारोह में क्या शिक्षक क्या बच्चे सभी में एक अलग ही उमंग देखने को नजर आया. कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षकों की भूमिका अहम रही. इस मौके पर शिक्षक एवं छात्र वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में विद्यालय को संघर्ष से सफलता का प्रतिबिंब बताया.
(नि. सं.)

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