उद्घाटन सत्र में डॉ के एसओझा में विभिन्न विद्यालयों से आए विज्ञान शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों में विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदा करना और वर्तमान समय में अपने परितंत्र को जाने की आवश्यकता है. छात्र जिज्ञासु प्रवृत्ति का होता है अगर उसे सही ढंग से रोजमर्रा के कामों में विज्ञान के संबंधित ज्ञान की बातें बताई जाए तो वह विज्ञान के प्रति आकर्षित होगा.
31 वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस जो दिनांक 7,से 9 नवंबर 2023 को आयोजित की जाएगी जिसमें स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना मुख्य विषय होगा.
डॉ के एस ओझा उप विषय विज्ञान शिक्षकों को बच्चों द्वारा प्रोजेक्ट तैयार किए जाने के अहम बिंदुओं की जानकारी दी. जिसमें पहला बिंदु अपने परितंत्र को समझना बच्चों को खोज पर आधारित सीखने की प्रवृत्ति के लिए प्रेरित करना पारितंत्र अर्थ तंत्र और समाज उसके आपसी संबंधों को सीखना और समझना, इसके अलावा दैनिक जीवन में निर्णय लेने के लिए वैज्ञानिक समझ अपनाना चुनौतियां एवं अंतरों से निपटने को समाधान विकसित करना एवं संभावनाओं की तलाशना है. समुदाय और समाज में बदलाव के लिए व्यक्तिगत नेतृत्व दीक्षित कर दें की पहल करना ही इस वर्कशॉप का उद्देश्य है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामगुलाम गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य और कल्याण के लिए हमारे भोजन और पोषण की प्रथाओं से संबंधित निरंतर बेहतर स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त पोषक तत्व उपयुक्त कैलोरी युक्त संतुलिन आहार हमारी मूलभूत आवश्यकता है.
मौके पर संजीव कुमार, सुरेश कुमार, रतन कुमार, राजेश कुमार समेत विभिन्न विद्यालयों से आए हुए दर्जनों विज्ञान शिक्षक शिक्षिकाओं ने आज की कार्यशाला में मौजूद थे.
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