मंत्री श्री झा ने कहा कि 34 साल के बाद पहली बार अचानक नेपाल के बराह क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश हो जाने के कारण बराज में पांच लाख क्यूसेक पानी बढ़ गया जो काफी भयावह था। इसके बाद बराज के सभी 56 फाटक को खोलना पड़ा तब जाकर धीरे धीरे पानी घटने लगा है। मंत्री श्री झा ने कहा कि अगर नेपाल और भारत के बीच डैम का निर्माण हो जाता है तो यह क्षेत्र काफी विकसित हो जाएगा और बाढ़ से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि डैम निर्माण का कार्य भारत सरकार ही कर सकती है जब तक भारत सरकार नहीं चाहेगी तब तक डैम निर्माण का कार्य संभव नही हो पाएगा. मंत्री ने बिहार के विकास पर विस्तृत चर्चा करते हुए सिंचाई के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य करने का हर संभव भरोसा जताया.
इस मौके पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉक्टर रमेश ऋषिदेव, जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी, उपाध्यक्ष रघुनंदन दास, डीएम विजय प्रकाश मीणा, एसपी राजेश कुमार, डीडीसी नितिन कुमार सिंह, एसडीपीओ अजय नारायण यादव, जनसंपर्क पदाधिकारी कुंदन कुमार सिंह,समेत जिला प्रशासन के तमाम आलाधिकारी मौजूद थे.
उधर समाहरणालय में डीएम ने किया झंडोतोलन तो विश्वविद्यालय में कुलपति डॉक्टर आर के पी रमन ने झंडे को दी सलामी वहीं न्यायालय परिसर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिव गोपाल मिश्र ने किया झंडोंतोलन और झंडे को दी सलामी, वहीं अनुमंडल कार्यालय में एडीएम धीरज कुमार सिन्हा ने किया झंडोतोलन, हालांकि जिले भर में धूम धाम से मनाई गई 77वें स्वतंत्रता दिवस.
No comments: