चौसा का मुहर्रम का मेला पूरे बिहार में गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल पेश करती है जनता हाई स्कूल के खेल मैदान में जहां एक तरफ माता दुर्गा मंदिर वही दूसरी ओर ताजियों बैठाया जाता है कई वर्षो में तीन वर्ष ऐसा आता है की एक तरफ जहाँ माता दुर्गा प्रतिमा स्थापित हो कर दुर्गा मेले का आयोजन किया जाता है वही दूसरी ओर ताजिया बैठा कर मुहर्रम मेले का आयोजन किया जाता है ऐसा अभी कुछ वर्ष पहले भी हम लोगों ने देखा है।
यहां के हिंदू मुस्लिम सभी मिलकर आपस में भाईचारे का मिसाल पेश करते हैं आज भी कई ऐसे गांव हैं जहा हिंदू भाई के ही बदौलत ताजिया तैयार किया जाता है। यहां रावण का पुतला मुस्लिम कारीगर बनाते है तो ताजिया हिंदू कारीगर बनाते है।ऐसा भी देखने को मिला है।
आज भी कुल 13 ताजिया और 14 अखाड़े के साथ फील्ड में आई अखाड़े के खिलाड़ी ने अपने कर्तव्य दिखाएं और लोगो का मनोरंजन किया। नीला को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में प्रशासन के प्रखंड विकास पदाधिकारी बृजेश कुमार दीपक अंचलाधिकारी राकेश कुमार सिंह थाना अध्यक्ष किशोर कुमार का बहुत बड़ा योगदान रहा साथ ही साथ चौसा मुहर्रम मेला समिति के सभी सदस्य का इसमें योगदान रहा शांतिपूर्ण तरीके से आज का मुहर्रम का मेला समापन हुआ।
![भव्य और शांतिपूर्ण: गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल है चौसा का मुहर्रम मेला](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgZsB4VJuAbsAq7ueCLSBS_tR2Z1Iz23hmVlvF4k_DtN-BZAGnJU962ti9898bEPTWgo4YX4X88lFB07dyJk6iFS9fXsEup8nOIOKzOawBzAtCpls_ao5HkUcgdLtR-Wg1q78H3Eufd7qtFzELYfyvnhcgAOsKMjQ04zGhJcv06We0tlvHNQ05rhswolrc/s72-c/WhatsApp%20Image%202023-07-29%20at%207.15.20%20PM.jpeg)
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