उक्त बातें बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने भारत रत्न डा. भीम राव अम्बेडकर विचार फाउंडेशन चौसा के बैनर तले बाबा साहब अम्बेडकर के विचार और सामाजिक परिवर्तन विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर ने अनगिनत कष्टों को सहकर हमें समता, न्याय, बंधुत्व पर आधारित विश्व का सबसे बड़ा ग्रंथ भारत का संविधान दिया. आज हमारा समाज संविधान को दरकिनार कर सामाजिक रूढ़ के जाल में फँसता जा रहा है. विशिष्ट अतिथि डा. जवाहर पासवान ने कहा कि डा. अम्बेडकर विज्ञान की कसौटी के पक्षधर थे. उन्होंने कहा कि हमारे समाज के पढ़े लिखे लोग आजकल रास्ते से भटक गये हैं. जिस दिन ये अम्बेडकर के विचार को अंगिकार कर आन्दोलन आगे बढ़ाएंगे तभी सामाजिक परिवर्तन होगा.
विशिष्ट अतिथि डा. सुभाष पासवान ने कहा कि विश्वरत्न अम्बेडकर के विचार आज भी प्रासांगिक हैं. उनके विचार को अपनाए बिना सामाजिक परिवर्तन की बात बेईमानी होगी. कार्यक्रम को राजद प्रखंड अध्यक्ष सीमा गुप्ता, राजद के प्रदेश महासचिव ई. नवीन सिंह निषाद, प्रमोद प्रभाकर, प्रो. नवल किशोर जायसवाल, प्रो. कौशल कुमार यादव, मनोज सिंह कुशवाहा, प्रो. शिव कुमार यादव, बिनोद ऋषि, भूपेन्द्र पासवान, कापेश्वर सिंह, पूर्व मुखिया सुशील कुमार यादव, प्रो. जर्नल सिंह, अबुजर खान आदि ने भी संबोधित किया.
मौक़े पर उप प्रमुख शीला दीक्षित, पूर्व मुखिया श्रवण कुमार पासवान, राज किशोर पासवान, मृत्युंजय भगत, कैलाश पासवान, मनोज कुमार पासवान, रौशन कुमार, डा. दयानन्द बौद्ध, जिला पार्षद ब्रह्मदेव यादव, वीरेंद्र कुमार वीरू, बिनोद पाटिल, सांसद प्रतिनिधि कुंदन कुमार बंटी, अमित कुमार आशीष कुमार, प्रभाष यादव, भीम आर्मी के कुणाल किशोर, अजय पासवान, विशाल पटवे, करण पटवे, सोनू पासवान, गुलफराज आलम, लालू कुमार, रचना कुमारी, उषा कुमारी, रेणु कुमारी, डा. विलास पासवान, कुशेश्वर यादव, पवन पासवान आदि मौजूद थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता फाउंडेशन के अध्यक्ष सुबोध कुमार पासवान एवं स्वागत गान की प्रस्तुति बी.ए. की छात्रा रुचि कुमारी ने किया. वहीं धन्यवाद ज्ञापन छात्र नेता मुन्ना कुमार पासवान ने किया.
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