सभा की अध्यक्षता करते हुए फाउन्डेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि देश में सख्त जनसँख्या क़ानून बनवाने के निमित्त आगामी 27 नवम्बर को दिल्ली जंतर मंतर पर आहूत महाधरना में अधिकाधिक संख्या में अपनी भागीदारी दें. उक्त महाधरना में सम्पूर्ण देश से लगभग पचास हजार लोगों के भाग लेने की प्रबल सम्भावना है. जिसमें मधेपुरा समेत सम्पूर्ण कोशी क्षेत्र एवं उत्तर बिहार से हजारों की संख्या में आप सबों की भागीदारी निहायत आवश्यक है. जिसमें हम सबों को स्वयं के खर्चे से महाधरना में जाना है.
उन्होंने आगाह किया कि यदि अतिशीघ्र भारत सरकार जनसँख्या क़ानून नहीं बनाती है तो वो दिन दूर नहीं जब विशालकाय सुरसा की तरह मुंह फैलाती यह बढ़ती आबादी भारतीय संसाधन और संस्कृति को ही लील जाएगी. दिनानुदिन बढ़ती बेरोजगारी, प्रदूषण, स्वास्थ्य सेवाओं का बौनापन आदि का कारक तो ये द्रुतगति से बढ़ती जनसँख्या ही है. यदि समय रहते इसके विरुद्ध सख्त कदम नहीं उठाए गए तो देर सबेर ये गृह युद्ध को भी आमंत्रण देगी.
जनसँख्या की तेज रफ़्तार में हमने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है. सम्पूर्ण विश्व का मात्र 2.4 % भूभाग ही हमारे देश के पास है, जबकि लगभग 18 % जनसँख्या का भार हमारे देश के ऊपर है और यह रफ़्तार सुनामी का मंजर बनकर कहर बरपाने को आतुर है. ऐसे में राष्ट्र में सख्त जनसँख्या क़ानून की प्रबल आवश्यकता है.
उन्होंने आगे कहा कि अब आगे दो से अधिक बच्चों को जन्म देने वाले परिवार के राशनकार्ड समेत सभी सरकारी सुविधाएं बंद होनी चाहिए. तीन से अधिक संतान जन्म देने पर उस परिवार की संपत्ति जब्त कर उसे वोट देने के अधिकार से वंचित किया जाना चाहिए.
(रिपोर्ट: अमित सिंह)

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