घटना के संबंध में बताया जाता है कि आज सीबीआई की एक टीम मधेपुरा के तुनियाही में उनके पैतृक घर और और उनके द्वारा संचालित निजी विद्यालय पर छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। उनकी चिकित्सीय जांच के बाद बुधवार को अपराहन उन्हें मधेपुरा व्यवहार न्यायालय में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया गया जिसके बाद सीबीआई की टीम उन्हें अपने साथ ले गई। बताया गया कि उनके खिलाफ पटना सीबीआई स्पेशल कोर्ट का वारंट लेकर टीम आई थी. गुरूवार को गिरफ्तार कृष्ण कुमार को पटना में सीबीआई स्पेशल कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा,
यह भी बताया जाता है कि राज्य सरकार ने सृजन घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के पदाधिकारी कृष्ण कुमार को उनके सेवानिवृति के दिन ही 31जनवरी 2019 को बर्खास्त कर दिया था। इस घोटाले में नाम आने के बाद वह निलंबित चल रहे थे। उन पर आरोप था कि जब वह सहरसा जिले में कोसी योजना के तहत विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी के पद पर तैनात थे, तब उन्होंने तमाम मानदंडों को दरकिनार करते हुए सरकारी रुपये को सहरसा जिले से भागलपुर में सृजन महिला विकास सहयोग समिति के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया था।
No comments: