आइसा विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि बीएनएमयू में एमसीए, एलएलएम, संगीत एवं नाट्य शास्त्र की पढ़ाई नहीं होने से यहां के अधिकतर छात्रों को दिल्ली एवं दूसरे राज्यों में पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है, जो काफी चिंतनीय है. साथ ही बीएनएमयू में तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की कम संख्या होने के कारण विश्वविद्यालय के दैनिक कार्यों में गतिशीलता नहीं बढ़ रही है. साथ ही अरमान अली ने कहा कि बीएनएमयू को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया जाए एवं देश में लाए गए नई शिक्षा नीति जो शिक्षा व्यवस्था के क्षेत्र में पूरी तरह से निजीकरण है एवं इसमें बहुत ही खामियां है जो काफी निंदनीय है.
मौके पर आइसा जिला संयोजक पावेल कुमार, राज किशोर कुमार, अभिमन्यु कुमार, रमेश राम, सनोज कुमार, आशीष राज, श्याम कुमार, संगम कुमार आदि मौजूद थे.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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August 29, 2022
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