इसे लेकर प्रशासन ने कार्रवाई करना भी शुरू कर दिया है। कार्रवाई एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने की है। गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार की रात उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र के खाड़ा गांव वार्ड छह में कालाबाजारी के 55 बोरी यूरिया के साथ धंधेबाज को पकड़ा गया।
एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर एसडीपीओ सतीश कुमार की निगरानी में छापेमारी के दौरान यूरिया बरामद किया गया है। मौके पर प्रशासन ने पकराए गए धंधेबाज बरूण झा से लंबी पूछताछ की । जहां पूछताछ के दौरान धंधे बाज ने प्रशासन को बताया कि नयानगर पंचायत के वार्ड संख्या एक बैरागीबासा स्थित निरंजन मंडल के किसान खाद बीज भंडार से यूरिया लाकर बेचा जाता है। इस कारोबार में उसके फरिकेन चतुरी मंडल और मुकेश मंडल की भी संलिप्तता सामने आया।
जानकारी अनुसार पूर्व से ही कालाबाजारी का करीब 120 बोरी यूरिया को 45 किग्रा प्रति बोरी साढ़े तीन सौ रूपये या इससे अधिक मूल्य पर धड़ल्ले से बेचे जाने की सूचना मिल रही थी। इस मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा थाना में मामला दर्ज कराया गया है । थानाध्यक्ष जयप्रकाश चौधरी ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
सीमावर्ती क्षेत्रों से चल रहा यूरिया का गोरखधंधा
बताया जा रहा है कि उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र से सटे खगड़िया-सहरसा सीमावर्ती इलाके में लगातार लाइसेंसधारी दुकानदारों की मिलीभगत से उर्वरक की अवैध बिक्री व कालाबाजारी तेज गति से बड़े पैमाने पर की जा रही है। इस तरह के कारोबार में विभागीय कर्मियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। किसानों का कहना है कि नियमित निरीक्षण के नाम पर कृषि कर्मियों द्वारा लगातार खानापूर्ति किया जाता है। वहीं प्रखण्ड के कृषि भूमि के नाम पर आवंटित उर्वरक अन्य जिले व प्रखण्ड के किसानों के बीच अवैध तरीके से धड़ल्ले बेचा जाता है। किसानों से आधार कार्ड लेकर भी उन्हें कैश मेमो नहीं दिया जाता है। ताकि पता चल सके कि उनके नाम कितने उर्वरक की खरीद-बिक्री की गई है। दूसरी तरफ निर्धारित मूल्य से अधिक की वसूली की चर्चा जोरों पर है।
(रिपोर्ट: मंजू कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)
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