जिसमें श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के द्वारा आध्यात्मिक सुरों से सुसज्जित संस्कृति आराधना हेतु शिवगंगा के कोने कोने में दीप प्रज्वलित कर नव संस्कृति सृजन का संदेश दिया. लगभग तीन एकड़ में फैले शिव मंदिर परिसर को रंगोली और भगवा ध्वज से सजाया गया. विहंगम दृश्य हिन्दू संस्कृति का नजारा पेश करता दिखा. उसके बाद लक्ष्मी नाथ गौसाई संघ के पुजारियों द्वारा काशी बनारस के तर्ज पर भव्य संध्या महाआरती की गई. इस आरती का अलौकिक दृश्य समस्त सिंहेश्वर वासियों के लिए यादगार पल साबित हुआ.
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक भाष्कर कुमार निखिल ने कहा कि जहाँ इस आधुनिकता के दौर में लोग पश्चिमी सभ्यता को अधिक तरजीह दे रहें हैं, वहीं फाउंडेशन परिवार ने इस दिव्य आयोजन को मूर्त रूप देकर इतिहास में सिंहेश्वर स्थान का नाम सुनहले अक्षरों से अंकित कर एक नई मिसाल पेश की है.
इस पुनीत अवसर के साक्षी कोशी क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु बने. वहीं रंगोली गुरुकुल एकेडमी के बच्चों और शिवानी अग्रवाल, करुणा सिंह, शिवांगी गुप्ता, तन्नू कामती के द्वारा बनाया गया.
मौके पर विधायक चंद्रहास चौपाल, जिप अध्यक्ष मंजू देवी, सीएस अमरेंद्र प्रसाद साही, कुंदन कुमार पिंटु, विजय सिंह, दिलीप कुमार खंडेलवाल, शिव प्रकाश टेकरीवाल, शिवचंद चौधरी, अनुराग भगत, राजेश कुमार, अरविंद मिश्रा, राजेश झा समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

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