1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के बाद हुआ मॉक ड्रिल

अन्य राज्य में ओमिक्रोन वैरीअंट के बढ़ते लक्षणों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य महकमा को स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने का दिशा निर्देश दिया गया है. वहीं सदर अस्पताल मधेपुरा में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का गुरुवार को सिविल सर्जन एवं स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मॉक ड्रिल किया गया. जिसमें कोरोना वायरस नए वेरिएंट में उत्पन्न विकट परिस्थिति में भी ऑक्सीजन की किल्लत मरीजों को नहीं हो जिस कारण सदर अस्पताल में दो अलग-अलग जगह ऑक्सीजन प्लांट की स्थापित किया गया है . 

सदर अस्पताल में 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के बाद भी सदर अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य स्थानों में भर्ती मरीजों को सिलेंडर के सहारे ही ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी. इसके बाद सदर अस्पताल के एसएनसीयू में ही प्रतिमाह  70 से 80 सिलेंडर की खपत हो रहा है जिसकी खरीदारी स्थानीय एजेंसी से कराई जा रही है. इतना ही नहीं इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में भी एजेंसी द्वारा ही सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही है. इसको देखते हुए गुरुवार से 1000 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाली ऑक्सीजन प्लांट को सुचारू रूप से चालू कर दिया गया है. 

गौरतलब हो कि कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे को मद्देनजर रखते हुए और सदर अस्पताल में ऑक्सीजन गैस को लेकर किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए सदर अस्पताल में दो ऑक्सीजन गैस प्लांट लगाया गया है. इसको लेकर  गुरुवार को मॉकड्रिल किया गया. इसकी जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण साही ने बताया कि इस कोरोना महामारी में ऑक्सीजन लोगों के लिए अत्यंत आवश्यक है. हालांकि जिले में ऑक्सीजन की किसी प्रकार की कमी नहीं है.

उन्होंने कहा कि एक ऑक्सीजन प्लांट प्रधानमंत्री केयर फंड से बन रहा है तो दूसरा सुपौल के सांसद कोष से दिया गया है .उन्होंने कहा कि 1000 लीटर वाली की सभी कार्य पूरी हो चुकी है. वही उन्होंने कहा कि 500 लीटर वाले ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति 15 अगस्त को उद्घाटन के बाद से आईसीयू में चालू कर दिया गया था. उन्होंने कहा की कोरोना दूसरी लहर की स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल में ऑक्सीजन गैस प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया था. कोरोना संक्रमण के दौरान जिस तरह से ऑक्सीजन का संकट उत्पन्न हुआ था.

सिविल सर्जन अमरेन्द्र नारायण शाही ने कहा कि पीएम केयर फंड से 1000 लीटर प्रति घंटा ऑक्सीजन तैयार होगा.सांसद के द्वारा फंड से 500 लीटर प्रति घंटा ऑक्सीजन तैयार किया जा सकेगा. पाइपलाइन के जरिये इमरजेंसी वार्ड , प्रसव कक्ष तथा अन्य वार्ड के बेड तक ऑक्सीजन पहुँचाया जा रहा है. इसके साथ ही प्लांट मानक के अनुरूप हो बताया गया है कि इसका रखरखाव स्वास्थ विभाग करेगा. यह प्लांट 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति करेगा. इसमें स्टोरेज टैंक भी है जो बिजली गुल होने पर भी सप्लाई देता रहेगा.

जानकारी मिली कि 1000 लीटर वाले में  24 घंटे में 40 जंबो सिलेंडर भरने की क्षमता एवम दूसरे 500 लीटर में 24 घंटे में 20 जंबो सिलेंडर भरने की क्षमता होगी. सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगने पर मरीजों को काफी सहूलियत हो रही है. 

मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ डीपी गुप्ता ,सदर अस्पताल चिकित्सक डॉ अनुज कुमार, अस्पताल प्रबंधक कुमार नवनीत चंद्र, एएनएम किरण कुमारी ,चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी दिलीप कुमार, अरुण कुमार ,शंकर कुमार ,राजकुमार, एनएम पिंकी, एनएम किरण एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.

(नि. सं.)
1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के बाद हुआ मॉक ड्रिल 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के बाद हुआ मॉक ड्रिल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 23, 2021 Rating: 5

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