फसल क्षतिपूर्ति मुआवजा मिलने से पहले ही दलालों और कृषि कर्मियों के बीच शुरु हुआ कमीशन का खेल, ऑडियो वायरल
पीड़ित |
मधेपुरा जिले के पुरैनी में किसानों की फसल क्षतिपूर्ति मिलनी शुरू भी नहीं हुई कि उससे पहले ही दलालों व कृषि कर्मियों का कमीशन का खेल जारी हो गया है. इस संदर्भ में पुरैनी के कृषि तकनीकी सहायक का एक ऑडियो वायरल हुआ है जिससे स्पष्ट होता है कि किस तरह पंचायतों में दलालों को तैयार कर फसल क्षतिपूर्ति के नाम पर लूट मचाने की तैयारी जारी है.
वायरल ऑडियो के अनुसार पुरैनी के कृषि कार्यालय में पदस्थापित तकनीकी सहायक गिरीश नंदन पर सपरदह पंचायत के नीतीश कुमार ने गंभीर आरोप लगाया है. उनसे मुआवजा दिलाने के नाम पर कमीशन देने की बात कही है. इसको लेकर नीतीश कुमार ने एक वीडियो भी जारी कर आरोप लगाया है और तकनीकी सहायक से बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल किया है. जिसमें तकनीकी सहायक और नीतीश कुमार के बीच फसल क्षति मुआवजे को लेकर बातचीत हो रही है और बातचीत के दौरान 30% और उससे अधिक की बात हो रही है. ऐसे में नीतीश कुमार का कहना है कि कृषि इनपुट अनुदान योजना 2021-22 धान फसल क्षति मुआवजे में इस तरह की बड़ी लूटपाट को लेकर प्रशासन द्वारा ऐसे कर्मी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर उन्हें निलंबित किया जाए ताकि गरीब किसानों के पास सरकार द्वारा दिए जा रहे मुआवजे का समुचित लाभ पहुंच सके.
वहीं इस बावत तकनीकी सहायक गिरीश नंदन ने बताया कि ऐसी कोई भी बात नहीं है. पंचायत के दलालों के द्वारा मुझे बदनाम करने के लिए यह निराधार आरोप लगाया जा रहा है. सरकार की योजना पूर्णतः निःशुल्क है, किसी तरह का कोई भी कमीशन कार्यालय में नहीं लिया जा रहा है. मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं.
इस बावत प्रखंड कृषि पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव ने बताया कि किसानों से कर्मी द्वारा अगर किसी भी प्रकार की राशि की मांग की जा रही है तो वह सीधे तौर पर प्रखंड कृषि कार्यालय में आकर लिखित आवेदन दें तथा आवेदन के आधार पर त्वरित कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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