हालांकि पदस्थापना काल से ही एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा व्यवस्था को लेकर सख्त रहे हैं. इससे पहले भी कई डीलर पर कार्रवाई की गई. एसडीएम सिन्हा ने साफ तौर पर कहा कि इस तरह की गड़बड़ी कतई सहन नहीं किया जाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार डीलर बेचन ऋषिदेव ने 131 क्विंटल अनाज सीधे तौर पर डकार लिया. यह मामला पिछले वर्ष कोविड के समय से अबतक का है. पिछले साल ही केंद्र सरकार ने कोविड के समय में गरीबो को मुफ्त में एक्स्ट्रा अनाज देने की घोषणा की. सरकार के घोषणा के मुताबिक अनाज आवंटित भी किया गया. उसके बाद बचे अनाज के भंडारण का सत्यापन पिछले साल के नबंवर माह में की गई. भौतिक सत्यापन के दौरान कई डीलर के पास अनाज अधिक उपलब्ध पाया गया. प्रशासनिक तौर पर यह तय हुआ कि वितरण के बाद बचे अनाज को वापस नहीं करने वाले डीलर को उसी हिसाब से दुबारा अनाज आवंटित किया जाएगा.
उसके बाद पीएमजीवाई योजना के तहत दूसरी बार के कोविड में इस वर्ष अनाज आवंटन किया गया. यद्यपि आरोपित डीलर ने कोविड के दौरान मिले अनाज के वितरण के बाद 131 क्विंटल अनाज डकार गए. इस बात की सूचना मिलने पर एसडीएम ने एमओ से मामले की जांच कराई. जहां जांच में मामला सत्य पाया गया. पूरी पड़ताल के बाद एसडीएम ने एमओ को केस दर्ज करते हुए डीलर को गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दिया. एसडीएम के आदेश के बाद डीलर पर कार्रवाई की गई है. डीलर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसका लाईसेंस रद्द करने की प्रक्रिया जारी है.
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)
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