मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इसे सच साबित कर दिखाया है बिहार के मधेपुरा जिले के पुरैनी के नितेश कुमार जैन ने। नितेश कुमार जैन ने जहाँ वर्ष 2018 में पहली सफ़लता में 96 वां स्थान लाकर अपने परिवार एवं जिले का नाम रोशन किया वहीं इस बार 22 वां स्थान लाकर गांव व जिले का नाम रोशन किया है।
सफलता की खबर आने के बाद नितेश के घर में खुशियों का माहौल है।
घर पर स्थानीय लोगों और फोन पर सगे संबंधियों का बधाई देनेवाले की होड़ लगी है।
भारत के सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग में सफलता हासिल कर 22 वां रैंक प्राप्त कर अपने परिवार, समाज सहित पूरे बिहार का नाम रौशन करने का काम किया है।
नितेश के पिता आनंद जैन और माता सुधा जैन ने बताया कि वह 2008 में श्री वासुदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नयाटोला से मैट्रिक की परीक्षा पास कर कोलकाता के श्री जैन विद्यालय कोलकाता में नितेश का इंटर में दाखिला कराया गया। कोलकाता के मशहूर सेंट जेवियर्स कॉलेज से उसने बीकॉम किया। 2013 में सीएमए और 2014 में सीए की परीक्षा में पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त किया। फिर उसने यूपीएससी की सिविल सेवा की तैयारी करने का मन बनाया। वे यूपीएससी परीक्षा में पहली बार 2015 में शामिल हुए जिसमें वे प्रारंभिक परीक्षा भी पास न कर सके । दूसरी बार 2016 में साक्षात्कार तक पहुंचे, लेकिन सफल न हो सके। तीसरे बार 2017 में पुन: प्रारंभिक परीक्षा भी पास न कर सके ।
नितेश असफलता से हार माने बिना और अपनी हिम्मत को बरकरार रखते हुए पूरे जोश के साथ 2018 की
यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए जिसमें उनका नाम अखिल भारतीय स्तर पर जारी संघ लोक सेवा स्तर में मेधा सूची में 96वां रैंक पर आया। सफलता के बाद नितेश के दादा हनुमानमल जैन और दादी कलावती जैन नितेश के पिता दोस्तों और शिक्षकों ने बताया वह शुरू से ही पढ़ने में मेधावी था। उसे मैट्रिक में 70, इन्टर में 83 और बी-कामर्स में 65 फीसदी अंक प्राप्त हुआ। बाद में सीए बनने के बाद वे आईएस अधिकारी बनने के सपने को साकार कर साबित कर दिया कि अगर इच्छाशक्ति दृढ हो तो कोई भी सफलता प्राप्त की जा सकती है। मोबाइल पर संपर्क करने के बाद नितेश जैन मे परिजनों सहित अपने शुभचिंतकों और दोस्तों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि माता-पिता के सहयोग और लोगों की दुआओं और प्यार की बदौलत हमें यह सफलता प्राप्त हुई है। 2019 में 219 रैंक और 2020 में 22 वा रैंक हासिल कर जिले का मान बढ़ाया है।
नितेश की बहन खुशी जैन और मौसम जैन इंजिनियरिंग और भाई योगेश जैन बी-कॉम कर रहे हैं । पुरैनी प्रखंड जैसे सुदूर ईलाके से यूपीएससी की परीक्षा में इतनी बड़ी सफलता के बाद प्रखंड मुख्यालय के बाजार सहित आसपास के क्षेत्रों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। पुरैनी प्रखंड में यह पहली बार है कि जब कोई यूपीएससी की परीक्षा पास कर कोई आईएएस बना है।
बहरहाल नितेश के दोस्त और परिजन गर्मजोशी के साथ उसका स्वागत के लिए गांव आने का इंतजार कर रहे हैं। दोस्तों, शिक्षकों और परिजन आपस में एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशियां बांट रहे हैं। इस सफलता के बाद आईआईटीएन सुजीत कुमार सुमन, इंजीयर अजीत कुमार, धर्मेन्द्र कुमार आदि ने बधाई दिया है।

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