इस बांध के निर्माण में अधिकारियों की टीम लगातार कटाव स्थल पर कैंप कर रही थी. जहां लोगों को रतजगा कर दिन गुजारने पड़ रहे थे. कोसी नदी का दबाव भी काफी था. मालूम हो कि इस बांध के मरम्मति कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर विभाग ने कार्यपालक अभियंता सहित तीन अभियंता को निलंबित भी किया था. वही इस बांध के बंधने से लोगों में हर्ष का माहौल व्याप्त है.
बांध बांधने में झेलनी पड़ी परेशानी
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता मनोज रमण ने बताया कि बांध को बांधने में भारी परेशानी झेलनी पड़ी. इसके लिए बैम्बू पाइलिंग, नायलॉन क्रेटिंग, बोल्डर क्रेटिंग, जाली क्रेटिंग, मैगी बैग, कज क्रेटिंग का कार्य युद्धस्तर पर किया गया. जिसमे टीम और कार्य एजेंसी का भरपूर सहयोग मिला. कारण इस ग्रामीण सुरक्षा बांध के कटाव स्थल पर सुरक्षात्मक कार्य सफल रहा. मुख्य अभियंता श्री रमण ने बताया कि इस बांध को तत्काल मरम्मत किया गया है. विभाग द्वारा इसकी और भी मजबूतीकरण किया जाएगा. बताया कि दो दिनों में सिकरहट्टा-मझारी निम्न बांध के कटाव क्षेत्र पर भी सुरक्षात्मक कार्य कर लिया जाएगा. इसके बाद सिकरहट्टा-मझारी निम्न बांध के कटाव स्थल पर सकारात्मक कदम उठाया जाएगा. ताकि जल्द कार्य किया जा सके. समाजसेवी रविन्द्र कामत, नथुनी मंडल, मनोज सिंह, जीबछ मेहता आदि ने बताया कि अब सिकरहट्टा-मझारी निम्न बांध के कटाव स्थल को बांधना आसान होगा.
कहते है ग्रामीण
विस्थापित परिवार जयनाथ मेहता, सदानंद मेहता, सीताराम कामत, चंद्रदेव मेहता, ललित देवी, पवन मेहता, सत्य नारायण कामत, सूर्य नारायण मेहता आदि ने बताया कि उनलोगों को अब थोड़ी आस जगी है कि अब वे लोग रात भर सो सकेंगे. पीड़ितों ने विभाग से सिकरहट्टा-मझारी बांध के कटाव स्थल पर अविलंब सकारात्मक पहल करने की मांग की. ताकि अविलंब इस मार्ग के कटाव स्थल का कार्य पूरा हो सके.
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