अंकिता कुमारी ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता व परिवार व गुरुजनों को दिया है जिनके के मार्गदर्शन से की गई मेहनत से सफलता मिली है. वहीँ माता-पिता का कहना है कि अंकिता बचपन से ही मेहनती और एवं पढ़ाई के प्रति जिज्ञासु थी. वह बचपन से ही कहा करती थी कि पढ़ लिख कर कुछ बड़ा करूंगी. हम लोगों ने तो बस उसे वैसा माहौल दिया जैसा वह चाहती थी. वहीँ उनके भाई अमित आनंद ने बधाई देते हुए कहा है कि आज हमारी बहन ने जो सफलता पाई है इससे यह साबित होता है कि लड़कियां भी किसी से कम नहीं होती है, इसलिए लोगों को बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं समझना चाहिए और समान शिक्षा दीक्षा माता-पिता को उपलब्ध करवानी चाहिए ताकि वह भी बेटों की तरह अपने माता पिता को सम्मान दिलवा सके और उनकी शिक्षा-दीक्षा का सही मूल्यांकन सार्थक हो सके.

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