इस सत्र में लगभग 600 से अधिक वर्ग- प्रथम से बारहवीं तक के छात्र-छात्राएँ, उनके माता-पिता और शिक्षकों ने भाग लिया. इस अवसर पर प्राचार्य डा. बन्दना कुमारी ने कहा कि स्वस्थ तन, मन के लिये योग और ध्यान आवश्यक है. आज वैश्विक महामारी में भी वो लोग स्वस्थ व सुरक्षित हैं जिनका इम्युन सिस्टम बेहतर है. आदिकाल से आजतक मनुष्य के स्वस्थ रहने का आधार योगाभ्यास, व्यायाम व ध्यान ही रहा है. अतः योग करे निरोग रहे, ऐसी जीवन शैली व दिनचर्या बने, जिसमें भोजन की तरह आवश्यक आवश्यकताओं में से एक ध्यान, योग, व व्यायाम हो.
इस अवसर पर उप प्राचार्य सुरेश कुमार वर्मा ने इस बात पर बल दिया कि योग दैनिक जीवन का अंग है. अतः आज के दिन हम संकल्प लें कि आवश्यक रूप से दैनिक जीवन में योगाभ्यास और प्राणायाम अवश्य शामिल करेंगे तथा शरीर को प्रकृति के अनुकूल बनायेगें. शारीरिक शिक्षक सुदीप सरकार ने कई आसन व प्राणायाम कराया. छात्र-छात्रायें व अभिभावकों ने भी उत्साह से हिस्सा लिया.
(नि. सं.)
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