2 माह का राशन मुफ्त देने की घोषणा, पर डीलरों को अबतक अनाज मुहैया नहीं

कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण सरकार ने 2 माह का राशन मुफ्त देने की घोषणा तो कर दी है लेकिन अभी तक डीलरों को वितरण के लिए अनाज मुहैया नहीं कराया जा सका है.  

इस बावत मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर के डीलर सीताराम पंडित ने बताया कि प्रधानमंत्री कल्याण योजना का राशन नहीं दिया गया है. जिसके कारण उपभोक्ताओं को राशन उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं और जो चावल आया भी है वह बेहद घटिया किस्म का है. उन्होंने गोदाम प्रबंधक और डाटा ऑपरेटर पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों के मिलीभगत से गोदाम पर भी खाद्यान्न देने का खेल चलता है और अपने चहेतों को मन पसंद राशन दिया जाता है. जबकि हम लोगों को सरकार का आदेश का हवाला देकर कहता है कि गुदाम पर डीलर को नहीं आना है. हमलोग मई माह का ड्राफ्ट लगाए हुए थे. उसी का राशन 17 मई को मिला है लेकिन जब तक प्रधानमंत्री वाला अनाज नहीं मिलता तब तक हम लोग बंटवारा कैसे करेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि कुछ डीलरों को राशन मिला है जिसके कारण हमारे उपभोक्ता वहां से अनाज का उठाव कर रहे हैं. बाद में हमारे राशन का उठाव होगा तो उस अनाज का क्या होगा. 

इस बावत पटोरी के डीलर गणेश सिंह ने बताया कि प्रबंधक द्वारा हड़ताल टूटने के बाद हम लोगों को छोड़कर बाहर के लोगों का यहां से उठा करा दिया गया. सरकार भी हम लोगों को गोदाम पर जाने से रोक रही है. जो चावल भेजा जाता है वह बहुत ही खराब होता है. किसी-किसी को एक माह का चावल भेज दिया गया है. मशीन में दोनों माह का आवंटन है. जबकि प्रबंधक अपनी रिपोर्ट में कहते हैं 90 प्रतिशत तक उठाव हो चुका है. जबकि सर जमीन पर 70 प्रतिशत ही डीलरों को अनाज का उठाव हुआ है. 

इस बावत गोदाम प्रबंधक दयानंद चौधरी ने बताया कि चावल अभी गम्हरिया से आने वाला है इसीलिए गोदाम बंद है. अभी तक डीलरों को अनाज नहीं मिलने की बात पर कहा कि यहां तीनों ब्लॉक में 36 हजार क्विंटल अनाज की खपत है और गोदाम में मात्र 5 हजार क्विंटल है. हर माह चावल घटेगा ही क्योंकि चावल 300 क्विंटल और गेहूं 200 क्विंटल आता है. मई माह का रेगुलर उठाव हो चुका है. जून का पीएमजी के स्कीम का अनाज कुछ जगह बचा हुआ है. सिंहेश्वर और गम्हरिया का लगभग 90 प्रतिशत उठाव हो चुका है. उन्होंने बताया कि हड़ताल का भी असर पड़ा है. हड़ताल टूटते ही एकाएक कोई कहेगा हमको आज ही दे दीजिए. तो सबको कहां से दिया जा सकता है. 

वहीं खराब चावल के बावत उन्होंने कहा कि एफसीआई का क्वालिटी सीएमआर कभी नहीं दे सकता है क्योंकि उसका चावल बड़े-बड़े अधिकारी के नजर से गुजर कर यहां तक पहुंचता है और यह सिर्फ यहीं की बात नहीं है यह पूरे बिहार की बात है. हमने डीलरों को इसके लिए बड़े अधिकारी को शिकायत करने की भी सलाह दी है लेकिन कोई वहां जाता ही नहीं है. बीएसओ आशीष कुमार ने बताया कि गुदाम से उठाव नहीं होने के कारण देरी हो रही है. खराब खाद्यान्न की जांच की जा रही है.

2 माह का राशन मुफ्त देने की घोषणा, पर डीलरों को अबतक अनाज मुहैया नहीं 2 माह का राशन मुफ्त देने की घोषणा, पर डीलरों को अबतक अनाज मुहैया नहीं Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 25, 2021 Rating: 5

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