विदित हो कि कार्यपालक सहायक की मांग एक लंबे समय से लंबित है तथा कार्यपालक सहायक सहित बिहार के सभी संविदा कर्मियों के लिए उच्च स्तरीय कमेटी (चौधरी कमेटी) के अनुशंसाओं के बावजूद सरकारी तंत्र बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी बिहार पटना के द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया गया है. अपितु इसके विपरीत कार्यपालक सहायकों का भविष्य निजी ठेका कंपनियों को देने का कार्य प्रक्रियाधीन है, जो कि वैधानिक तौर पर अनुचित है. सरकार की इन्हीं दोहरी नीतियों के खिलाफ बिहार के सभी कार्यपालक सहायक आंदोलन करने को विवश हैं और आगे भी अगर मांगे पूरी नहीं होती है तो आंदोलन को उग्र रूप देते हुए जारी रखेंगे.
मधेपुरा जिला इकाई से राज्य स्तरीय आंदोलन हेतु कार्यपालक सहायकों का एक जत्था कल दिनांक 08.03.2021 को पटना के लिए रवाना किया गया. जिला कमिटी द्वारा आज जिलापदाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपने का कार्य निर्धारित है. जिला स्तर पर कार्यक्रम में महासंघ गोप गुट के सम्मानित अध्यक्ष विनोद कुमार विमल, मुख्य संरक्षक मोहम्मद इजहार आलम संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार कार्यक्रम में अर्चना कुमारी, आरती कुमारी, शक्ति रंजन, विनोद कुमार ,रजाउल आलम, मोहम्मद अल्ताफ, राजकुमार, खुशबू कुमारी, राजेश कुमार रंजन, जूही कुमारी, नेहा कुमारी, मंटू कुमार, आशुतोष वर्मा, दीपक कुमार, अब्दुल कयूम, चंदन मालाकार, अंजली कुमारी सहित सैकड़ों कार्यपालक सहायक ने हिस्सा लिया.
वहीं प्राप्त सूचना के अनुसार पटना में पूरे राज्य के कार्यपालक सहायकों ने अर्धनग्न होकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार के निजीकरण के फैसले का पुरजोर विरोध किया.

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