सिंहेश्वर महोत्सव के बाद अब महाशिवरात्रि पर लगने वाले मेला की भी अनुमति नहीं

 सिंहेश्वर महोत्सव के बाद अब महाशिवरात्रि पर लगने वाले एक माह के मेला की भी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी, हालांकि पूजा होगी और बाबा का विवाहोत्सव मनाया जाएगा. इस दौरान बाबा की बारात भी निकलेगी. 

मालूम हो कि मेला के लिए बंदोबस्ती होती है. इसके लिए तीन तिथि का निर्धारण भी किया गया लेकिन सरकार से जब मेला की अनुमति को लेकर मार्गदर्शन मांग गया, तो अनुमति नहीं मिली. इस कारण से मेला की बंदोबस्ती नहीं हो पायी. जबकि मेला परिक्षेत्र में दुकान लगाने के लिए कई दुकानदार भी आ गए. इस दौरान मेला दुकानदारों ने भी जिला पदाधिकारी से अपनी समस्याओं को अवगत कराते हुए कहा एक साल से बैठे हैं. भूखे मरने की स्थिति आ गई है. डीएम श्री मीणा ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोरोना के गाईड लाईन के अनुसार मेला की इजाजत नहीं दी जा सकती है. सिंहेश्वर महोत्सव भी गाईडलाइन के कारण ही रोक दिया गया है. इसके लिए विधानसभा में भी आवाज उठाया गया लेकिन दिशा निर्देशों में भी हमें छूट नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि हम आपके दुश्मन नहीं हैं, लेकिन सरकार के आदेश का पालन हर हाल में किया जायेगा. अगर आप कानून तोड़ेंगे तो प्रशासन कार्रवाई करेगा.

एक दिन पहले से तैनात रहेगी एसडीआरएफ की टीम

सिंहेश्वर में महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा की निकलने वाली बारात को लेकर डीएम श्याम बिहारी मीणा ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर के चप्पे-चप्पे पर निगाह डाली. मंदिर में आने वाले श्रद्धालु और उनके इंट्रेंस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने शिवगंगा परिसर में मजबूत बेरिकेटिंग करने एवं एसडीआरएफ की टीम को 1 दिन पूर्व से ही तैनात करने का आदेश दिया. इस दौरान उन्होंने मंदिर के तीनों गेट का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिया.

11 से 15 मार्च की प्रशासन की है तैयारी

सिंहेश्वर स्थान में महाशिवरात्रि के मौके पर जलाभिषेक करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है. इसे देखते हुए यातायात का विशेष प्रबंधन किया गया है. उक्त आशय की जानकारी मंगलवार को जिला मुख्यालय के झल्लू बाबू सभागार में आयोजित प्रशासनिक तथा पुलिस पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डीएम श्याम बिहारी मीणा ने कही. बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने कहा कि महाशिवरात्रि को देखते हुए जगह-जगह पर बैरिकेटिंग करने का निर्देश दिया गया है, साथ ही 11 से 15 मार्च तक विधि व्यवस्था संधारण हेतु पर्याप्त संख्या में प्रभारी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है, साथ ही मंदिर परिसर एवं आस-पास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया गया है. 

इस मौके पर महिला पुलिस, एनडीआरएफ टीम, एंबुलेंस तथा अग्निशामक दस्ता की व्यवस्था की गयी है. मेला में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की जानकारी पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है. नियंत्रण कक्ष में पुलिस पदाधिकारी तथा प्रभारी दंडाधिकारी समेत पुलिस जवान को भी तैनात किया गया है. विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर डीएम व एसपी योगेन्द्र कुमार की ओर से संयुक्त जिलादेश निर्गत किया गया है. साथ ही उक्त अवसर पर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए बेसिक मिनिमम फैसिलिटी उपलब्ध कराने हेतु सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. 

बैठक में एसपी योगेंद्र कुमार, उपाधिक्षक अमरकांत चौबे, सदर एसडीओ नीरज कुमार, एसडीपीओ अजय नारायण यादव समेत पुलिस तथा प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे.

बाबा की बारात को लेकर प्रशासन संवेदनशील, सादी वर्दी में तैनात किए जाऐंगे पुलिस

महाशिवरात्रि के मौके पर निकलने वाली बाबा की बारात व अन्य विधि व्यवस्था को लेकर मंगलवार को सिंहेश्वर मंदिर स्थित न्यास कार्यालय में डीएम ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि बाबा भोलेनाथ की बारात के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरु कर दी गयी है. शांति और विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिंहेश्वर मंदिर परिसर में पर्याप्त बल प्रतिनियुक्त किया जायेगा. इस मौके पर बाबा मंदिर में झांकी एवं जुलूस के लिए रोड मैप तैयार कर लिया गया है. साथ ही इस अवसर पर ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो जाती है. इसके लिए अलग-अलग मार्ग का रोड मैप तैयार किया गया है. भीड़ को नियंत्रित करने हेतु पुलिस की प्रतिनियुक्ति के साथ-साथ मंदिर प्रबंधन, वालेन्टियर्स, तथा स्वयं सेवी संगठनों का सहयोग लिया जायेगा. वीडियोग्राफी की व्यवस्था की जा रही है. इसकी जिम्मेदारी सदर एडीओ सह सचिव, सिंहेश्वर न्यास मंदिर, सिंहेश्वर नीरज कुमार सुनिश्चित करेंगे. सभी संवेदनशील स्थानों एवं मार्गों पर पर्याप्त सशस्त्र पुलिस बल, लाठी बल, गृहरक्षक, महिला बल एवं सादे लिवास में बल एवं दण्डाधिकारियों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. 

अत्यधिक भीड़ के दबाव के बिन्दुओं पर भीड़ को रेग्युलेट करने के लिए ध्वनि विस्तारक यन्त्र की व्यवस्था की गई है. आपात परिस्थिति से निपटने के लिए चिकित्सक दल की व्यवस्था की गई है. आस-पास के सरकारी तथा निजी अस्पतालों की सूची उपलब्ध रहेगी. शिवगंगा में स्नान करने वाले श्रृद्धालु के लिए सुरक्षा घेरा बनाया जाएगा. शिवगंगा में प्लास्टिक की रस्सी की सहायता से एक वाटर लाईन बनाया जाएगा, जिसके पार डेंजर जोन होगा. शिवगंगा में लाईफ जैकेट के साथ स्थानीय गोताखोरों एवं बोट पर एसडीआरएफ की टीम प्रतिनियुक्त किया गया है.

महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर रहेगी विशेष व्यवस्था

डीएम ने कहा कि मंदिरों में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला सिपाही तथा सादी वर्दी में पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. भीड़ में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है. महाशिवरात्रि के अवसर पर निकाले जाने वाली झांकियों तथा शोभा यात्रा के दिन सुबह से ही श्रद्धालु महिला, पुरुष, बच्चे द्वारा शिव मंदिर में जल अर्पण करने बाहर के श्रद्धालुओं महाशिवरात्रि से एक-दो दिन पहले से ही शिव मंदिर के आसपास एकत्रित होते हैं उसकी सुरक्षा पर ध्यान रखा जाएगा. शिव बारात भ्रमण के समय जिले के सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहते हैं. डीडीसी विनोद प्रसाद सिंह व मुख्यालय डीएसपी अमरकान्त चौबे को वरिष्ठ प्रभारी बनाया गया है.

सिंहेश्वर महोत्सव के बाद अब महाशिवरात्रि पर लगने वाले मेला की भी अनुमति नहीं सिंहेश्वर महोत्सव के बाद अब महाशिवरात्रि पर लगने वाले मेला की भी अनुमति नहीं Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 09, 2021 Rating: 5

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