उन्होंने कहा कि सुशासन बाबू के राज में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हुए जानलेवा हमले में दोषी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए । मौके पर प्रेस वार्ता की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष मुरारी सिंह ने कहा कि आए दिन देखने को मिल रहा है कि किसी सरकारी संस्थानों में पत्रकारों के द्वारा खबर संकलन के दौरान वहां के कर्मी या फिर वहां तैनात गार्डों के द्वारा पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है जो काफी निंदनीय है. इस तरह की घटनाएं आए दिन सरे आम होती जा रही है जिससे पत्रकार भय के माहौल में कार्य करने को विवश हैं। इसलिए आईरा मधेपुरा इकाई इस तरह की घटना का निंदा करती है और प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई की मांग करती है। मौके पर मौजूद जिला सचिव रविकांत कुमार ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकार पर इस तरह का जानलेवा हमला संस्थान में कार्यरत कर्मियों की मनमानी को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हम पत्रकार हैं और बखूबी अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं जब हम सरकार की अच्छाइयों को लोगों तक पहुंचाते हैं तो सरकार के द्वारा किए जा रहे जन कल्याणकारी कार्यों में बढ़ती जा रही अनियमितता को भी हम लोगों के सामने लाते हैं और यह हमारा कर्तव्य भी है और हमारा धर्म भी है. इसलिए इस तरह की घटना पर जल्द से जल्द अंकुश लगे और सरकार व प्रशासन को ऐसे मामले में स्वत संज्ञान लेना चाहिए ।
गौरतलब हो कि बीते दिनों पटना के पीएमसीएच में जनता जंक्शन की टीम के द्वारा रात को खबर संकलन किया जा रहा था इसी दौरान पीएमसीएच के गार्ड के द्वारा बड़ी बेरहमी से पत्रकारों पर लाठीचार्ज किया गया और कई पत्रकार को रातभर बंधक बनाकर रखा गया. इस घटना की ऑल इंडिया रिपोर्टर एसोसिएशन आईरा कड़ी निंदा करती है।
(नि. सं.)
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