हिन्दू समुदाय के लोगों ने हुक्का पाती खेलने के पश्चात अपने से बडे़ अग्रज भाई बहनों, माता -पिता एवं बड़े बुजुर्ग का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया । इस दरम्यान जगह जगह बुराई के ऊपर सच्चाई की जीत के रूप में उक्का पाती जलाकर लोगों ने खुशियां बांटी।
दीपावली के अवसर पर प्रखंड के रामनगर महेश में गांव में गत 115 साल से चली आ रही परंपरा के अनुसार काली पूजा और मेला का आयोजन किया गया है। वहीं वैश्विक स्तर कोरोना वायरस के वजह से मेले के आयोजन पर प्रशासन द्वारा रोक लगा दी गई है। सिर्फ स्थानीय और स्थाई दुकान को ही खोलने के इजाजत के वजह से मेला अन्य वर्ष की तुलना में काफी फीका है। श्यामा पूजा समिति की देखरेख में ग्रामीणों के सहयोग से आयोजित स्थानीय काली मंदिर में काली, गणेेेश, जोगिनी, भगजोगनी, भैरव , शिव सहित अन्य देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित कर चार दिवसीय पूजा अर्चना की शुरुआत शनिवार को ही कर दी गई है। काली जी की पूजा अर्चना केे लिए श्रद्धालुओं की भीड़ हर दिन मंदिर परिसर में उमड़ रही है । आस्था व भक्ति का जनसैलाब उमड़ता हुआ दिख रहा है। लोग मनोकामना पूर्ण होने पर दूर-दूर से दंड प्रणाम देकर माता के दरबार पहुंच रहे हैं ।
शनिवार की रात दीपाावली के मौके पर लोगों ने कीर्तन भी किया। श्यामा पूजा समिति के अध्यक्ष गिरिजानंद ठाकुर बच्चन,सचिव पंडित जयचंद्र झा, केदार प्रसाद साह, कैलाशपति झा, सुधीर ठाकुर, संतोष कुमार झा, विमलचंद्र झा, कामोज मिश्र, ब्रह्मानंद ठाकुर, ललित झा, विकास विद्रोही, आनंद मिश्र, आशीष ठाकुर, अक्षय कुमार झा, रमेश साह, भरतनाथ झा, संजीव कुमार झा, मंटु ठाकुर , संजीव कुमार ठाकुर, अच्युतानंद झा, लक्ष्मण साह, हीराकांत झा, बबलू साह, श्रवण कुमार आदि के निगरानी में पूजा का संचालन किया जा रहा है।
पूजा के सफल आयोजन में पूजा समिति के साथ-साथ श्रीनगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार पुलिस पदाधिकारी और पुलिस फोर्स के साथ सक्रियता के साथ अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
( रिपोर्ट : मीना कुमारी | मधेपुरा टाइम्स )
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