बहरहाल थानाध्यक्ष का प्रभार जयनाथ सिन्हा को सौंपा गया है. अगले 24 घंटे के अंदर नए थानाध्यक्ष की तैनाती कर दी जाएगी. इस बीच हत्याकांड के मुख्य आरोपी अंशु की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस तथा कमांडो दस्ता के सदस्य ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है किंतु आरोपी अभी भी पुलिस की पहुँच से दूर है. लोगों का कहना है कि अंशु पर इससे पूर्व भी कई मामले दर्ज हैं किंतु उसकी गिरफ्तारी के प्रति थानाध्यक्ष के रवैए सख्त नहीं थे. अगर समय रहते उसकी गिरफ्तारी हो जाती तो रवींद्र यादव तथा तपेश्वरी यादव की जान बच सकती थी.
मिली जानकारी के अनुसार गम्हरिया थाना क्षेत्र के सिंगियोन में बीते दिनों एक ही रात अपराधियों के द्वारा तीन लोगों को गोली मार दी गयी थी. जिसमें रवींद्र यादव तथा तपेश्वरी यादव की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी और घायल अनिल मंडल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. हत्या को लेकर परिजनों द्वारा सिंगियोन निवासी अंशु को मुख्य आरोपी बनाया गया है. अंशु आपराधिक प्रवृति का युवक है और इससे पूर्व भी उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. सूत्रों की माने तो अंशु को गिरफ्तार करने का मौका कई बार तत्कालीन थानाध्यक्ष को मिला किंतु उनकी उदासीनता के कारण वह बचता रहा. इतना ही नहीं घटना के पांच दिन पूर्व भी अंशु ने तपेश्वरी यादव की जमीन तथा घर हड़पने के लिए उसकी पत्नी रोहनी देवी से मारपीट की थी. उसके खिलाफ श्री यादव ने थाना में आवेदन भी दिया था. आवेदन के आलोक में केस तो दर्ज कर लिया गया किंतु उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी. वहीं जानकारों का मानना है कि वह पैरवी व पैसे के बल पर पुलिस से बचता रहा और अंत में दो लोगों के जान का दुश्मन बन गया.
अपराधियों की गिरफ्तारी को ले जारी है छापेमारी. डबल मर्डर कांड में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अंशु की गिरफ्तारी को लेकर सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व में बनायी गयी टीम लगातार छापेमारी कर रही है. ठिकाने बदलने के कारण वह पुलिस से बचकर निकल जाता है.
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)

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