516 करोड़ की लागत से तैयार रेल महासेतु, सुपौल से राघोपुर अमान परिवर्तन एवं सरायगढ़-आसनपुर कुपहा नयी रेल लाइन का पीएम ने किया उद‍्घाटन

सुपौल/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जिले में करोड़ों की लागत से निर्मित रेलवे की तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद‍्घाटन किया. 

इस दौरान उन्होंने कोसी नदी पर 516 करोड़ की लागत से निर्मित 1.9 किलोमीटर लंबे कोसी रेल महासेतु को राष्ट्र को समर्पित किया. साथ ही सुपौल-सरायगढ़-राघोपुर अमान परिवर्तित रेल लाइन एवं सरायगढ़-आसनपुर कुपहा नयी रेल लाइन का भी उद‍्घाटन किया. प्रधानमंत्री का यह उद‍्घाटन कार्यक्रम रेलवे विभाग द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया था. जिसमें रेल मंत्री पीयूष गोयल, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, समेत अन्य कई मंत्री व एनडीए नेता शरीक थे. कार्यक्रम को लेकर सुपौल रेलवे स्टेशन पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया. जहां रेलवे द्वारा मंच व पांडाल का निर्माण किया गया था. मंच पर लगे विशाल एलसीडी पर उद‍्घाटन कार्यक्रम का प्रसारण किया गया. उद‍्घाटन के बाद नयी डेमो ट्रेन सुपौल से खुल कर सरायगढ़ होते आसनपुर कुपहा पहुंची. इस बीच यह ट्रेन कोसी रेल महासेतु से गुजरी. नयी ट्रेन व रेल महासेतु के शुभारंभ तथा कोसी व मिथिलांचल के एकीकरण से लोगों में काफी हर्ष का माहौल व्याप्त था. जगह-जगह सैकड़ों की संख्या में लोग उक्त ट्रेन के स्वागत में खड़े थे. 

नयी रेल परियोजनाओं से बिहार के विकास को मिलेगी गति: प्रधानमंत्री 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कोसी रेल महासेतु एवं नयी परियोजनाओं के प्रारंभ होने से बिहार के विकास को नयी गति मिलेगी. उन्होंने बताया कि 86 साल पूर्व वर्ष 1934 में आए भूकंप के बाद कोसी व मिथिलांचल अलग-अलग हो गया था. इस रेल महासेतु के बनने से यह दोनों इलाका फिर से एक हो गया. जिससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी. बताया कि पहले जहां निर्मली से सरायगढ़ जाने के लिये 300 किलोमीटर लंबी यात्रा करनी पड़ती थी, वहीं यह दूरी अब मात्र 22 किलोमीटर में सिमट गयी. वहीं 08 घंटों का रास्ता मात्र आधे घंटे में तय करना संभव हो गया. इससे लोगों के समय और धन की भी बचत होगी. इस रेलखंड के निर्माण से पड़ोसी जिलों के साथ ही नॉर्थ इस्ट के इलाके को भी पश्चिम के राज्यों से जुड़ने का वैकल्पिक मार्ग प्रशस्त हो जायेगा. वहीं यात्री सुविधा के साथ ही व्यापार, कारोबार, रोजगार और उद्योग धंधों में वृद्धि होगी. उन्होंने अपने संबोधन में दरभंगा में एम्स की स्थापना, नये विधेयक से किसानों को मिलने वाले लाभ एवं अन्य विकास कार्यों की भी चर्चा की. श्री मोदी ने इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी सराहना की. कहा कि नीतीश जी जैसे सहयोगी हो तो क्या कुछ संभव नही है. बताया कि कोसी रेल महासेतु व इस रेलखंड में अमान परिवर्तन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार दोनों का यह ड्रीम प्रोजेक्ट था. अटल सरकार जाने के बाद योजना धीमी पड़ गयी थी. पुन: एनडीए की सरकार बनने के बाद युद्ध स्तर पर कार्य कर योजना को पूर्ण किया गया. जिसका लाभ तमाम देशवासियों को मिलेगा. श्री मोदी ने मौके पर लोगों को कोरोना के संकट काल में संभल कर रहने तथा मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का उपयोग करने, भीड़ से बचने व इम्युनिटी बढ़ाने जैसे संदेश भी दिये. 

अटल काल में शुरू हुई परियोजना आज हुई पूरी: मुख्यमंत्री 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल परियोजनाओं के सुभारंभ को लेकर प्रधानमंत्री श्री मोदी को बधाई दी. उन्होंने पीएम को फिर से जन्म दिन की बधाई भी दी. साथ ही 18 सितंबर से राजगीर में प्रारंभ होने वाले मलेमास मेला के बारे में भी बताया. उन्होंने अटल जी द्वारा 06 जून 2003 को निर्मली में महासेतु के शिलान्यास की भी चर्चा की. कहा कि उस वक्त समारोह में ऐतिहासिक भीड़ उमड़ी थी. श्री वाजपेयी ने तब मैथिली भाषा को 08वीं अनुसूची में शामिल करने की भी घोषणा की थी. कहा कि अटल जी के समय विकास की अनेक योजनाएं प्रारंभ की गयी थी. जो अब पूरी हो रही है. बीच के 10 वर्षों में कार्य सुस्त रहा. सीएम ने जमालपुर स्थित इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग को चालू करने एवं वहां इलेक्ट्रीकल की भी पढ़ाई प्रारंभ करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान करीब 22 लाख लोगों को बाहरी प्रदेशों से रेल द्वारा बिहार लाया गया. सीएम ने इसके लिये रेल मंत्री एवं प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया. 

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ठीक 12 बज कर 54 मिनट पर सुपौल स्टेशन पर खड़ी नयी डेमू ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. पीएम के हरी झंडी दिखाते ही लोगों में खुशी की लहर दौर गयी. उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ पीएम द्वारा प्रारंभ किये गये इस महत्वाकांक्षी परियोजना का स्वागत किया. जिसके बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने संबोधन में प्रारंभ होने वाली रेल परियोजनाओं के बारे में बताया. कहा कि एनडीए सरकार में रेल बजट में तीन गुणा से अधिक वृद्धि हुई है. बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि अब तक बिहार के 08 रेल मंत्री हो चुके हैं. लेकिन एनडीए के शासन काल में रेल में जो विकास हुआ, वह पहले कभी नहीं हुआ था. सुपौल रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, प्रदेश महामंत्री देवेश ठाकुर, प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल, विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू, पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, एनडीए संयोजक नागेंद्र नारायण ठाकुर, भाजपा जिलाध्यक्ष राम कुमार राय, जदयू जिलाध्यक्ष रामविलास कामत आदि मौजूद थे.

(नि. सं.)

516 करोड़ की लागत से तैयार रेल महासेतु, सुपौल से राघोपुर अमान परिवर्तन एवं सरायगढ़-आसनपुर कुपहा नयी रेल लाइन का पीएम ने किया उद‍्घाटन 516 करोड़ की लागत से तैयार रेल महासेतु, सुपौल से राघोपुर अमान परिवर्तन एवं सरायगढ़-आसनपुर कुपहा नयी रेल लाइन का पीएम ने किया उद‍्घाटन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 18, 2020 Rating: 5

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