मधेपुरा के सदर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह ने दावा किया है कि बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीम को लगाया गया है, जिला सहित आसपास के जिले के बदमाशों के सम्भावित ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है. जल्द ही बदमाशों की गिरफ्तरी और लूट का सामान बरामद कर लिया जायेगा.
मालूम हो कि शहर के अतिव्यस्त इलाका दुर्गा मंदिर के पास माँ ज्वेलर्स में सोमवार को दिन के 11 बजे के लगभग आधे दर्जन बदमाशों ने डाका डालकर लाखों के सोना चांदी के जेवरात ले गये. विरोध करने पर व्यवसायी पुत्र को गोली मार दी गई, जबकि दुकान के कर्मचारी और एक ग्राहक को पिस्तौल के बट से पीट कर घायल कर दिया.
वहीं घायल व्यवसायी पुत्र फिलहाल खतरे से बाहर है. घटना के विरोध में व्यापार संघ ने बाजार बंद और सड़क जाम कर विरोध दर्ज किया और व्यापार संघ ने बदमाशों की गिरफ्तारी और लूट का माल बरामद करने के लिए 72 घंटे का समय दिया है. व्यापार संघ के 72 घंटे का अल्टिमेटम में 48 घंटे से अधिक का समय समाप्त हो गया है लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं. घटना के 24 घंटे बाद डीआईजी सुरेश कुमार चौधरी ने घटना स्थल का जायजा लिया और व्यापारियों को भरोसा दिया है कि जल्द ही बदमाशों की गिरफ्तारी और लूट का माल बरामद किया जायेगा साथ ही बदमाश और गिरोह की पहचान करने का दावा किया है.
दूसरी तरफ बुधवार को सदर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि अपराधी की पुख्ता पहचान के बाद पता चला कि घटना में अन्तर जिला गिरोह के बदमाशों का हाथ है.
उन्होंने बताया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सहरसा, मधेपुरा और सुपौल जिले की पुलिस संयुक्त रूप से शामिल है. लगातार छापामारी की जा रही है. फिलहाल कोई सफलता नहीं मिली है. बहरहाल पुलिस के दावे में कितनी सच्चाई है वह आने वाले वक्त में पता चलेगा.
घटना के 48 घंटे से अधिक का समय बीतने के बाद आम लोगों में चर्चा है कि पुलिस सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही है. आम घटना की तरह किसी छुटभैया बदमाश को पकड़कर इस घटना से जोड़कर जेल के सलाखों के पीछे भेज कर अपना पीठ थपथपा लेगी.
मालूम हो कि शहर के अतिव्यस्त इलाका दुर्गा मंदिर के पास माँ ज्वेलर्स में सोमवार को दिन के 11 बजे के लगभग आधे दर्जन बदमाशों ने डाका डालकर लाखों के सोना चांदी के जेवरात ले गये. विरोध करने पर व्यवसायी पुत्र को गोली मार दी गई, जबकि दुकान के कर्मचारी और एक ग्राहक को पिस्तौल के बट से पीट कर घायल कर दिया.
वहीं घायल व्यवसायी पुत्र फिलहाल खतरे से बाहर है. घटना के विरोध में व्यापार संघ ने बाजार बंद और सड़क जाम कर विरोध दर्ज किया और व्यापार संघ ने बदमाशों की गिरफ्तारी और लूट का माल बरामद करने के लिए 72 घंटे का समय दिया है. व्यापार संघ के 72 घंटे का अल्टिमेटम में 48 घंटे से अधिक का समय समाप्त हो गया है लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं. घटना के 24 घंटे बाद डीआईजी सुरेश कुमार चौधरी ने घटना स्थल का जायजा लिया और व्यापारियों को भरोसा दिया है कि जल्द ही बदमाशों की गिरफ्तारी और लूट का माल बरामद किया जायेगा साथ ही बदमाश और गिरोह की पहचान करने का दावा किया है.
दूसरी तरफ बुधवार को सदर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि अपराधी की पुख्ता पहचान के बाद पता चला कि घटना में अन्तर जिला गिरोह के बदमाशों का हाथ है.
उन्होंने बताया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सहरसा, मधेपुरा और सुपौल जिले की पुलिस संयुक्त रूप से शामिल है. लगातार छापामारी की जा रही है. फिलहाल कोई सफलता नहीं मिली है. बहरहाल पुलिस के दावे में कितनी सच्चाई है वह आने वाले वक्त में पता चलेगा.
घटना के 48 घंटे से अधिक का समय बीतने के बाद आम लोगों में चर्चा है कि पुलिस सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही है. आम घटना की तरह किसी छुटभैया बदमाश को पकड़कर इस घटना से जोड़कर जेल के सलाखों के पीछे भेज कर अपना पीठ थपथपा लेगी.
मधेपुरा के माँ ज्वेलर्स डाका कांड में अन्तर जिला गिरोह के हाथ का दावा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 11, 2019
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