मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के गोपालपुर पंचायत के दुर्गा बासा गांव के अपहृत आशीष कुमार मामले में अचानक एक नया मोड़ आ गया है. बरामद अपहृत आशीष का के कथित शव को पुलिस को एक फिर परेशानी बढ़ा दी है ।
पहले जहाँ शव की पहचान आशीष के रूप में हुई थी, वहीँ अब आशीष के परिजन ने बरामद आशीष का शव होने से इंकार किया है।
पुलिस ने अब बरामद शव और आशीष के पिता का डीएनए कराने की बात कही है । आशीष का अपहरण के आठ दिन बाद खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के बहियार के पास लावारिस हालत मे बरामद बाइक से पूरे घटनाक्रम मे एक बार नया मोड़ आया. पुलिस बरामद बाइक को आगे रखकर जांच शुरू की दो दिन बाद कथित आशीष का शव सर कटी हालत में एक सड़ी-गली हालत में एक नहर से मिला। परिजन ने शव की पहचान आशीष के रूप की, ऐसा पुलिस वाले ने बताया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा दिया लेकिन अचानक आशीष के परिजन ने पुलिस के यह कहकर सनसनी फैला दी कि बरामद शव आशीष का नहीं है. इतना ही नहीं परिजन ने यह भी बताया कि आशीष घटना के दिन बेल्ट नहीं पहन रखा था और बरामद शव जो कपड़ा पहना दिखा उससे अधिक गहरे रंग का शर्ट पहन रखा था. आशीष अपहरण कांड ने पुलिस के लिए एक बार फिर परेशानी पैदा कर दी है । फिलहाल पुलिस को शव का सर नही मिला जो शव की पहचान हो सकेगी ।
थानाध्यक्ष प्रशान्त कुमार ने बताया कि बरामद शव काफी गले होने कि वजह से स्थानीय स्तर पर पोस्टमार्टम नहीं होने के कारण शव को मेडिकल कॉलेज भागलपुर भेजा गया था, लेकिन वहां से शव को यह कहकर लौटाया गया कि शव काफी पुराना है, इस लिए पोस्टमार्टम के न्यायालय का आदेश जरूरी है। सारी प्रकिया कर शव को भेजा गया है. साथ ही परिजन द्वारा बरामद शव आशीष नहीं होने को आरोप को लेकर वरीय पुलिस पदाधिकारी के आदेश पर आशीष के पिता और बरामद शव का डीएनए टेस्ट कराने के साथ आशीष के पिता को भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है ।
पहले जहाँ शव की पहचान आशीष के रूप में हुई थी, वहीँ अब आशीष के परिजन ने बरामद आशीष का शव होने से इंकार किया है।
पुलिस ने अब बरामद शव और आशीष के पिता का डीएनए कराने की बात कही है । आशीष का अपहरण के आठ दिन बाद खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के बहियार के पास लावारिस हालत मे बरामद बाइक से पूरे घटनाक्रम मे एक बार नया मोड़ आया. पुलिस बरामद बाइक को आगे रखकर जांच शुरू की दो दिन बाद कथित आशीष का शव सर कटी हालत में एक सड़ी-गली हालत में एक नहर से मिला। परिजन ने शव की पहचान आशीष के रूप की, ऐसा पुलिस वाले ने बताया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा दिया लेकिन अचानक आशीष के परिजन ने पुलिस के यह कहकर सनसनी फैला दी कि बरामद शव आशीष का नहीं है. इतना ही नहीं परिजन ने यह भी बताया कि आशीष घटना के दिन बेल्ट नहीं पहन रखा था और बरामद शव जो कपड़ा पहना दिखा उससे अधिक गहरे रंग का शर्ट पहन रखा था. आशीष अपहरण कांड ने पुलिस के लिए एक बार फिर परेशानी पैदा कर दी है । फिलहाल पुलिस को शव का सर नही मिला जो शव की पहचान हो सकेगी ।
थानाध्यक्ष प्रशान्त कुमार ने बताया कि बरामद शव काफी गले होने कि वजह से स्थानीय स्तर पर पोस्टमार्टम नहीं होने के कारण शव को मेडिकल कॉलेज भागलपुर भेजा गया था, लेकिन वहां से शव को यह कहकर लौटाया गया कि शव काफी पुराना है, इस लिए पोस्टमार्टम के न्यायालय का आदेश जरूरी है। सारी प्रकिया कर शव को भेजा गया है. साथ ही परिजन द्वारा बरामद शव आशीष नहीं होने को आरोप को लेकर वरीय पुलिस पदाधिकारी के आदेश पर आशीष के पिता और बरामद शव का डीएनए टेस्ट कराने के साथ आशीष के पिता को भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है ।
आशीष अपहरण में नया मोड़: बरामद शव के अपहृत आशीष का होने से किया इंकार, शव का होगा डीएनए टेस्ट
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 23, 2019
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