
अमारी मेले की खासियत यह बताई जाती है कि यह 70 एकड भूमि में बसा हुआ है. अमारी मेले के इस मैदान पर युवक-युवतियाँ दौड़ लगाकर या अन्य खेलों में अपनी प्रतिभा उन्नत कर अपने लगन और मेहनत पर नौकरी में सफलता भी प्राप्त करते हैं। इस बार जो कोल्हायपट्टी डुमरिया की अनुपम कुमारी जिन्होंने मूर्ति निर्माण में खर्च दिया, उन्हें बी एस एफ की नौकरी में सफलता मिली थी।
सुनील छैला बिहारी के गानों पर जम कर झूमे लोग


सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष मंजू देवी ने किया। मौके पर मेला कमेटी के द्वारा जिप अध्यक्ष समेत सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। जिप अध्यक्ष मंजू देवी ने कार्यक्रम देखने आए दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि मेला व सांस्कृतिक कार्यक्रम आपसी सौहार्द व अमन चैन का पैगाम देती है। उन्होंने दर्शकों से भेदभाव दूर कर भाईचारे के साथ कार्यक्रम का आनंद लेने की बात कही।
मौके पर मेला अध्यक्ष जगदीश प्रसाद यादव, सचिव श्रीनंदन यादव, कोषाध्यक्ष कृष्णानंद सिंह, नवीन यादव, नपं मुख्य पार्षद श्वेतकमल उर्फ बौआ, समाजसेवी विश्वजीत कुमार उर्फ पिन्टू मुखिया, संतोष यादव, संजय यादव, प्रभात रंजन छोटू, अशोक यादव, संतोष पासवान, प्रमोद साह, सरोज यादव, विवेक साह, चंदन यादव, कंचन सिंह, राजदीप कुमार, प्रमोद यादव, ललटू यादव, मनोज यादव, कुन्दन यादव सहित अमारी मेला कमिटी के सभी सदस्य मौजूद थे।
मेला की विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए गुरूवार की शाम एएसपी वशी अहमद, इंस्पेक्टर ज्योतिष सिन्हा, एसआई राजेश रंजन दल ने बल के साथ मेला का निरीक्षण किया। वशी अहमद ने मेला में शांति व्यवस्था भंग करने वाले पर पैनी नजर रखने का निर्देश अधिकारी को दिया।
मेला अध्यक्ष जगदीश प्रसाद यादव ने बताया कि मेला का 41 वाँ वर्ष है। हर वर्ष भव्य मेला का आयोजन होता है। साथ ही मनोरंजन के लिए हिन्दी व भोजपुरी सिनेस्टार के साथ नामचीन म्यूजिकल टीम को मंगाया जाता है।
छैला बिहारी के गीतों पर अमारी मेले में लोगों ने जमकर उठाया लुत्फ़
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 16, 2018
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