अगर इस पंसस की बैठक में लगे आरोप सही हैं, तो शर्म है सरकार और प्रशासन पर !

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थित सभा भवन में प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार साह, उप प्रमुख रेणु देवी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक आयोजित की गई । 


बैठक में प्रखंड के सभी पंचायत समिति के सदस्य एवं प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी मौजूद थे पर सिर्फ बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित नहीं थी । उनके बदले महिला पर्यवेक्षिका रजनी सिंह ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. कार्यवाही प्रारंभ करते हुए प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार ने कहा कि सभी लोग बारी बारी से अपने-अपने पंचायतों की समस्या विभिन्न विभाग के आए हुए पदाधिकारियों के समक्ष रखें, उनके समाधान पर राय मशवरा करें. 

पड़वा नवटोल मुखिया पंकज कुमार ने नवटोल स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ड्रेसर और उप स्वास्थ्य केंद्र में बुनियादी सुविधाओं की मांग की जिसका जवाब देते हुए चिकित्सा पदाधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीगंज में ड्रेसर की कमी है और वहां पर ड्रेसर की सुविधा उपलब्ध करवाने पर असमर्थता जाहिर की. प्रशिक्षित एएनएम और आयुष डॉक्टर तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद दंत चिकित्सकों के सवाल पर भी उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि उन्हें भी सरकार तत्काल डॉक्टरों की श्रेणी में माना है इसलिए वे आयुर्वेदिक दवाई को छोड़ अंग्रेजी दवाई भी लिख सकते हैं क्योंकि अस्पतालों में आयुर्वेदिक दवाई उपलब्ध नहीं है. मुखिया पंकज कुमार ने सवाल उठाते हुए कहा कि आज तक यहां के दंत चिकित्सक द्वारा किसी भी रोगी का इलाज नहीं किया गया है.

स्वास्थ्य के बाद शिक्षा विभाग पर पंपस सदस्यों ने सवाल जवाब शुरू की और गिरती हुई शैक्षणिक व्यवस्था पर लगभग बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने निशाना साधा. कहा कि विद्यालय में शिक्षक आते हैं 11:00 बजे के बाद और एक घंटा रहने के बाद विद्यालय छोड़ कर चले जाते हैं. प्रखंड शिक्षा समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामगुलाम गुप्ता से पूछा कि कि समाचार पत्रों में अगर स्कूलों के विषय में प्रमुखता से कोई खबर लगती है तो उस पर क्यों नहीं कार्रवाई की जाती है. अगर कार्रवाई की जाती है तो इसकी सूचना प्रखंड शिक्षा समिति को क्यों नहीं दी जाती है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे द्वारा विद्यालय के अनियमितता पर एवं शिक्षकों द्वारा कर्तव्य से विमुख होने के विषय में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित रूप में दिया गया था, उस पर अब तक क्यों नहीं कार्रवाई हुई?

जवाब में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामगुलाम गुप्ता ने कहा कि शिक्षा विभाग संक्रमण के काल से गुजर रहा है. शिक्षकों से सिर्फ शैक्षणिक ही नहीं गैर शैक्षणिक कार्य किए जा रहे हैं. बीएलओ का काम मतदाता सूची निर्माण का काम और भी बहुत सारे काम लिए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि जो शिक्षक विद्यालय में अनियमितता करते हैं उन पर कार्रवाई अवश्य करेंगे. इसी विषय पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने शिक्षा पदाधिकारी से कहा कि वे ऐसे शिक्षकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें जो विद्यालय से चले जाते हैं. बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं करते तो 2 दिनों तक इसकी सूचना उन्हें भी मिलनी चाहिए.

आंगनबाड़ी केंद्रों पर खड़े किए कई सवाल: आज की बैठक में बाल विकास के मुद्दे पर सदन गर्म रहा क्योंकि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आज की बैठक में मौजूद नहीं थी. बताया गया कि वह बीमार है और उनके बदले महिला पर्यवेक्षिका उनका प्रतिनिधित्व कर रही है, जिस पर पंपस के सदस्यों ने विरोध किया. कहा कि यह किस तरह उत्तरदाई हो सकती है हर सवाल के जवाब के लिए.

बैठक में बेलो पंचायत के मुखिया स्वदेश कुमार ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. ना तो आंगनबाड़ी केंद्र सही समय पर खुलता है तथा बच्चे की उपस्थिति भी नाम मात्र रहती है जिस पर परमानंदपुर पंचायत के मुखिया राजीव कुमार ने कहा कि कई कई केंद्र तो कई सप्ताह तक बंद पड़े रहते हैं कोई देखने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि सेविका द्वारा यहां तक कहा जाता है कि हम अपना कमीशन ऊपर तक दे आए हैं. जिस पर रामपुर पंचायत के मुखिया मदन ऋषि देव ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 32 कई महीनों से बंद पड़ा है इसकी सेविका लगातार ही अनुपस्थित रहती है वहीं स्वदे कुमार ने कहा कि टेक होम राशन के वितरण के लिए 15 और 22 तारीख का जो दिन निश्चित किया जाता है उस पर वितरण होता ही नहीं है. सिर्फ वही पंजी में खानापूर्ति कर दी जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसकी सूचना वार्ड के लोगों को दी जानी चाहिए और वार्ड सदस्य की मौजूदगी में टेक होम राशन का वितरण होना चाहिए जो कि नहीं होता है. पुनः बेलो मुखिया स्वदेश कुमार ने बैठक में अहम मुद्दे को उठाते हुए कहा कि सरकार द्वारा निर्मित केंद्र में आंगनबाड़ी नहीं चलता, सेविका के घर पर केंद्र चलता है. लाखों की लागत से बने हुए आंगनबाड़ीकेंद्र पर ताला लगा  रहता है। मुखिया पंकज कुमार ने उठाया कि बच्चे अब ठंडी के महीनों में नीचे जमीन पर बैठते हैं जबकि दरी सेविका के घर की शोभा बढ़ाते हैं.

ग्रामीण विद्युतीकरण के विषय पर कनीय अभियंता से पूछा गया सवाल: पंपस सदस्य प्रमोद कुमार ने पकिलपार पंचायत में बने आंगनबाड़ी केंद्र जो हैंडओवर और टेकओवर दोनों हो चुके हैं. फिर भी वर्षों से बंद पड़ा है इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है. महिला पर्यवेक्षिका रजनी सिंह ने इसका कोई उत्तर नहीं दिया, जिस पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने ऐसे तमाम आंगनबाड़ी केंद्रों की लिस्ट उपलब्ध करवाने की बात आज के प्रस्ताव में रखी.

 बिजली विभाग का मुद्दा सामने आया जिस पर कहा गया कि बेलो पंचायत में कुछ जगहों पर 11000 के तार नीचे लटके हुए हैं जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. बिजली के कनीय अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया की सरकार अलग से कृषि कार्य के लिए बिजली विभाग के फीडर की स्थापना करने जा रही है. सर्वप्रथम गंगापुर पंचायत में कृषि कार्य के लिए फीडर की स्थापना की जाएगी जिससे किसानों को अपने पैसे से नलकूप लगाने होंगे. बाद में सब्सिडी भी दी जाएगी. बीपीएल विद्युतीकरण योजना और ग्रामीण विद्युतीकरण योजना पर उन्होंने कहा कि यह करीब करीब पूर्ण होने पर है और अब जगह-जगह संचरण के पुराने जर्जर तारों को ठीक किया जा रहा है. 

मौके पर प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार साह, उपप्रमुख रेणू देवी, बीडीओ ललन कुमार चौधरी, बीइओ रामगुलाम गुप्ता, पीएचसी प्रभारी डॉ संजीव कुमार, पीओ सत्य प्रकाश, मुखिया स्वदेश यादव, कविता देवी, पंकज कुमार पप्पू मंडल, लखन साह, चंदन कुमार, सुधा देवी, अनिता कुमारी, मीरा देवी, बीपीएम विवेक कुमार, पंसस गोशाई ठाकुर, प्रमोद कुमार, अरविंद दास, ममता कुमारी, सहायक कनीय अभियंता मुखिया राजीव कुमार आदि उपस्थित थे.
अगर इस पंसस की बैठक में लगे आरोप सही हैं, तो शर्म है सरकार और प्रशासन पर ! अगर इस पंसस की बैठक में लगे आरोप सही हैं, तो शर्म है सरकार और प्रशासन पर ! Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 24, 2018 Rating: 5

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