मधेपुरा जिले के रतवारा थाना क्षेत्र के फटोरिया गांव के नजदीक क्राइम कंट्रोल सड़क के पास अपराधियों ने कुख्यात अंतर जिला अपराधी राजेंद्र गोस्वामी उर्फ बादल गोस्वामी की हत्या गोली मारकर कर दी ।
गुरुवार की अहले सुबह जब लोग टहलने निकले तब लोगों ने फटोरिया गांव के समीप क्राइम कंट्रोल सड़क के किनारे एक मोटरसाइकिल को गिरा पाया. वहीं चप्पल एवं शर्ट बिखरा पड़ा था. साथ ही खून के धब्बे भी देखा. इसकी सूचना पुलिस को लोगों ने दी एवं लोगों द्वारा खोजबीन करने पर सड़क से लगभग 200 मीटर की दूरी पर रामानंद मंडल के धान खेत में एक युवक का शव पाया गया जिसे दो गोली मारी गई थी।
पुलिस द्वारा शव को आलमनगर थाना लाया गया जहां हत्या की खबर पर थाना में पहुंचे मृतक के सगे संबंधियों के द्वारा मृतक की खावन दियारा निवासी स्व बैजनाथ गोस्वामी के पुत्र राजेंद्र गोस्वामी उर्फ बादल गोस्वामी के रूप में शिनाख्त किया गया ।
इस बाबत रतवारा थाना अध्यक्ष रणवीर रावत ने बताया कि मृतक के पास से एक एटीएम कार्ड पाया गया है और वहीं सड़क के किनारे घटनास्थल के पास एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है जो मृतक का बताया जा रहा है।
शव को पोस्टमार्टम हेतु मधेपुरा भेज दिया गया है एवं हत्यारे का पता लगाया जा रहा है । आलमनगर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मृतक बादल गोस्वामी पर उदाकिशुनगंज, बिहारीगंज, रतवारा सहित नवगछिया जिला में भी हत्या सहित कई संगीन मामले दर्ज हैं एवं पुलिस द्वारा इसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। हालांकि मृतक के छोटे भाई रमेश कुमार ने बताया कि मेरे पिता स्व बैजनाथ गोस्वामी की हत्या वर्ष 2006 में गोली मारकर की गई थी. साथ ही घरों में लूटपाट भी किया गया था तब से हम लोग खावन दियारा को छोड़कर पिपरा करोति में रहने लगे एवं मेरा भाई अपने ससुराल मधुबन में रहने लगा था. वहीं मृतक की पत्नी अंजनी देवी ने बताई की उनके पति बादल गोस्वामी बुधवार की शाम को घर से निकले थे ।
घटनास्थल के पास रह रहे ग्रामीणों का कहना है कि रात लगभग 12:00 बजे गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी । हालांकि ख्वाब अंधियारा एवं आस-पड़ोस के लोग बताते हैं कि बादल गोस्वामी के पिता की हत्या के बाद बदले की नियत से रिश्ते में चाचा लगने वाले शिव नारायण गोस्वामी की भी हत्या 2008 में कर दी गई थी. इसके बाद टकराव का सिलसिला शुरू हो गया एवं यहीं पेशेवर अपराध की दुनिया में बादल चला गया । परिवार खावन दियारा गांव छोड़कर उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के पिपरा करोति में रहने लगे लेकिन पुश्तैनी जमीन रहने के कारण आना जाना लगा रहा । इसी बदले की आग में बादल गोस्वामी एक संगठित गिरोह में काम करने लगा । इनके द्वारा अन्य जगहों पर हत्या सहित अन्य अपराधिक घटना को अंजाम दिया जाता रहा एवं अपराध की दुनिया में धँसता चला गया । वहीं मृतक के परिवार जनों के द्वारा समाचार प्रेषण तक आवेदन नहीं दिया गया था.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
गुरुवार की अहले सुबह जब लोग टहलने निकले तब लोगों ने फटोरिया गांव के समीप क्राइम कंट्रोल सड़क के किनारे एक मोटरसाइकिल को गिरा पाया. वहीं चप्पल एवं शर्ट बिखरा पड़ा था. साथ ही खून के धब्बे भी देखा. इसकी सूचना पुलिस को लोगों ने दी एवं लोगों द्वारा खोजबीन करने पर सड़क से लगभग 200 मीटर की दूरी पर रामानंद मंडल के धान खेत में एक युवक का शव पाया गया जिसे दो गोली मारी गई थी।
पुलिस द्वारा शव को आलमनगर थाना लाया गया जहां हत्या की खबर पर थाना में पहुंचे मृतक के सगे संबंधियों के द्वारा मृतक की खावन दियारा निवासी स्व बैजनाथ गोस्वामी के पुत्र राजेंद्र गोस्वामी उर्फ बादल गोस्वामी के रूप में शिनाख्त किया गया ।
इस बाबत रतवारा थाना अध्यक्ष रणवीर रावत ने बताया कि मृतक के पास से एक एटीएम कार्ड पाया गया है और वहीं सड़क के किनारे घटनास्थल के पास एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है जो मृतक का बताया जा रहा है।
शव को पोस्टमार्टम हेतु मधेपुरा भेज दिया गया है एवं हत्यारे का पता लगाया जा रहा है । आलमनगर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मृतक बादल गोस्वामी पर उदाकिशुनगंज, बिहारीगंज, रतवारा सहित नवगछिया जिला में भी हत्या सहित कई संगीन मामले दर्ज हैं एवं पुलिस द्वारा इसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। हालांकि मृतक के छोटे भाई रमेश कुमार ने बताया कि मेरे पिता स्व बैजनाथ गोस्वामी की हत्या वर्ष 2006 में गोली मारकर की गई थी. साथ ही घरों में लूटपाट भी किया गया था तब से हम लोग खावन दियारा को छोड़कर पिपरा करोति में रहने लगे एवं मेरा भाई अपने ससुराल मधुबन में रहने लगा था. वहीं मृतक की पत्नी अंजनी देवी ने बताई की उनके पति बादल गोस्वामी बुधवार की शाम को घर से निकले थे ।
घटनास्थल के पास रह रहे ग्रामीणों का कहना है कि रात लगभग 12:00 बजे गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी । हालांकि ख्वाब अंधियारा एवं आस-पड़ोस के लोग बताते हैं कि बादल गोस्वामी के पिता की हत्या के बाद बदले की नियत से रिश्ते में चाचा लगने वाले शिव नारायण गोस्वामी की भी हत्या 2008 में कर दी गई थी. इसके बाद टकराव का सिलसिला शुरू हो गया एवं यहीं पेशेवर अपराध की दुनिया में बादल चला गया । परिवार खावन दियारा गांव छोड़कर उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के पिपरा करोति में रहने लगे लेकिन पुश्तैनी जमीन रहने के कारण आना जाना लगा रहा । इसी बदले की आग में बादल गोस्वामी एक संगठित गिरोह में काम करने लगा । इनके द्वारा अन्य जगहों पर हत्या सहित अन्य अपराधिक घटना को अंजाम दिया जाता रहा एवं अपराध की दुनिया में धँसता चला गया । वहीं मृतक के परिवार जनों के द्वारा समाचार प्रेषण तक आवेदन नहीं दिया गया था.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
मधेपुरा: अंतर्जिला कुख्यात अपराधी बादल गोस्वामी की गोली मारकर हत्या
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 27, 2018
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