मधेपुरा: ग्रामीण गली नाली योजना में ढाई करोड़ रु. की अनियमित निकासी, प्रशासन की जांच में उजागर, होगी कड़ी कार्रवाई

मुख्यमंत्री ग्रामीण गली नाली योजना में अनियमितता का एक बड़ा मामला मधेपुरा जिला प्रशासन ने जांच कर उजागर किया है।

जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने बीडीओ को आदेश दिया है कि दोषी  मुखिया और पंचायत सचिव द्वारा नियमितता से ली गई कुल ढाई करोड़ रुपयों से अधिक  राशि की वसूली के लिए उन्हें अल्टीमेटम दिया जाय कि अगर सात  दिनों के अंदर इन लोगों ने राशि नहीं लौटाई तो न सिर्फ़ थाने में  प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी बल्कि इनके विरुद्ध विभागीय कारवाई भी की जाएगी।

मुख्यमंत्री ग्रामीण गली नाली योजना में विकास राशि खर्च करने के कुछ नियम हैं । लेकिन जिले में जब नियम को ताक पर रखने के आरोप से संबंधित कई परिवाद प्राप्त हुए तो जिलाधिकारी ने जिले की सभी 170 पंचायतों में इसकी जांच कराई । 140 पंचायतों में जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त हो चुकी है। जांच यह कराई गई कि प्राप्त राशि का नियमानुसार ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत के खाते से राशि  वार्डों में वार्ड प्रबंधन एवं क्रियान्वयन समिति के संधारित खाते में राशि स्थानांतरित कर खर्च की गई या नहीं ।

लेकिन जांच के बाद यह प्रतिवेदित किया गया कि जिले के तीन प्रखंडों में मुखिया जी और पंचायत सचिव ने इसकी अनदेखी कर स्वयं अपने और अपने पति के नाम पर राशि की निकासी कर ली है। उन्होंने बगैर वार्ड प्रबंधन एवं क्रियान्वन समिति के खाते में राशि डालने के, स्वंय राशि निकालने की अनियमितता की।

जांच रिपोर्ट के अनुसार कुमारखंड प्रखंड के छह पंचायत, ग्वालपाड़ा के तीन और बिहारीगंज के एक पंचायत में यह अनियमितता पाई गई है। कुमारखंड के बिशनपुर बाजार में ट्रेडर्स और विभिन्न व्यक्ति के नाम से 29 लाख सत्तर हजार रु, टेंगराहा परिहारी  में मुखिया पति सुभाषचंद के नाम पर छह लाख रु, अन्य व्यक्ति के नाम पर 22 लाख सत्तर हजार रु तथा ट्रेडर्स के नाम पर 21 लाख छह हजार रु यानी कुल 50 लाख की अनियमित निकासी की गई । राम नगर महेश में भी मुखिया पति सूर्य नारायण के नाम पर ढाई लाख, ट्रेडर्स के नाम पर 62 लाख 50 हजार और अन्य मिलाकर सत्तर लाख रु की अनियमित निकासी हुई । यहां रानीपट्टी सुखासन पंचायत में भी मुखिया कुसुम लाल के नाम पर और अन्य मिलाकर 14 लाख 34 हजार की अनियमित निकासी हुई। बिशनपुर कोरलाही में 45 लाख 59 हजार और टेंगराहा सिकियाहा में भी पंचायत सचिव बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल ने तो अपने नाम से ही 34 लाख 59 हजार रु की निकाषी कर ली। यहां कुल 19 लाख 71 हजार की अनियमित निकासी हुई । इस प्रकार बिहारीगंज के कुस्थन में 17 लाख 50 हजार रु और ग्वालपाड़ा के पीरनगर और खोखसी पंचायत में पंचायत सचिव मुरली प्रसाद यादव, मुखिया रीना देवी और मुखिया पति शैलेश प्रसाद सिंह और शाहपुर में पंचायत सचिव राजा मेहता ने अपने अपने नाम से ही सीधे चेक काटकर भुगतान ले लिया है ।

जिलाधिकारी के आदेशानुसार अगर सात दिन के अंदर दोषी लोगों ने राशि की वापसी नही की तो इनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी किया जा चुका है। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई भी होगी । मुखिया के विरुद्ध पंचायती राज अधिनियम के तहत और पंचायत सचिव के विरुद्ध प्रपत्र क गठित करने के लिए भी निदेशित किया गया है ।
मधेपुरा: ग्रामीण गली नाली योजना में ढाई करोड़ रु. की अनियमित निकासी, प्रशासन की जांच में उजागर, होगी कड़ी कार्रवाई मधेपुरा: ग्रामीण गली नाली योजना में ढाई करोड़ रु. की अनियमित निकासी, प्रशासन की जांच में उजागर, होगी कड़ी कार्रवाई   Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 27, 2018 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.