
आयोजित कार्यक्रम में मधेपुरा डीएम मो. सोहैल ने सरकार के
दहेज़ बंदी और बाल विवाह पर रोकथाम के लिए अपने मजहब को पढ़ाया इस्लामी मजहबी पाठ तो
स्थानीय जनप्रतिनिधि समेत लोगों ने लिया दहेज़ बंदी और बाल विवाह पर रोकथाम हेतु
संकल्प. डीएम ने कहा कि इस्लाम में कहीं नहीं है दहेज़ प्रथा को बढ़ावा देना बल्कि
दहेज लेना व देना इस्लाम में सबसे बड़ा गुनाह है.
मधेपुरा डीएम ने लोगों संबोधित करते हुए कहा सूबे के जनाब नीतीश
कुमार के द्वारा चलाये जा रहे दहेज़ बंदी और बाल विवाह पर रोकथाम हेतु समाज के सभी
लोगों को आना होगा, आगे तभी संभव हो सकता है दहेज बंदी और बाल विवाह पर रोक थाम व
सामजिक समरसता का उत्थान.
वहीँ इस मौके पर मौजूद राजद के जिलाध्यक्ष देवकिशोर यादव व
सीपीआई के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य प्रमोद प्रभाकर समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि आदि
लोगों ने मंच से लिया संकल्प और कहा कि पूरी तरह से समाज में सरकार की दहेज़ बंदी
और बाल विवाह पर रोकथाम लागू करेंगे तभी संभव है सामाजिक सदभाव और उत्थान.
दरअसल एक शादी के मौके पर किया गया था मजहबी कांफ्रेंस का
भव्य आयोजन. इस दौरान लोगों ने लिया संकल्प और डीएम ने स्थानीय लोग समेत अपने मजहब
को पढ़ाया इस्लामी पाठ, जहाँ सैकड़ों की संख्या में उलेमाओं के अलावे मौलाना व
स्थानीय प्रबुद्ध जन मौजूद थे.
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डीएम ने दहेज़ बंदी व बाल विवाह को लेकर अजिजिया मदरसा में पढ़ाया मजहबी पाठ
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 01, 2017
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