‘गरीब और किसान विरोधी है सूबे की सरकार’: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन

किसानों के सवाल को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन भाजपा, लोजपा, रालोसपा और हम के द्वारा एक दिवसीय धरना मधेपुरा जिला मुख्यालय के कला भवन के सामने किया गया.

      सोमवार को आयोजित धरना में मौजूद भाजपा जिला अध्यक्ष स्वदेश कुमार ने कहा कि राज्य में आज किसानों की बदतर स्थिति है. आज किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है. सरकार के उपेक्षा और प्रशासन के ढुलमुल रवैया के कारण किसान सड़कों पर है. पिछले दिन जो धान की खरीद हुई उसका पैसा किसानों का अभी तक नहीं मिल पाया है.  इस साल मधेपुरा जिला के पैक्स किसानों से धान तक नहीं खरीद सके.  इसके अलावे राज्य में जो फसल बीमा योजना है, सरकार की अक्षमता के कारण फसल बिल लागू नहीं हो सका. सूबे में सिंचाई की व्यवस्था ध्वस्त है, स्टेट बोरिंग बंद पड़ा है.
    इन सारे सवालों को लेकर भाजपा, लोजपा, रालोसपा तथा हम पार्टी एक दिवसीय धरना दे रहे हैं. वहीं मधेपुरा लोजपा जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार पासवान ने कहा कि प्रखंड से जिला स्तर तक किसानों की समस्या विकराल है. यही समस्या डीजल अनुदान के रसीद काटने में भी है. किसान 6 महीने खेत में सोते हैं फिर भी फसल बेचने के लिए जाए तो उनको उचित मूल्य नहीं मिलता है. वहीं हम पार्टी के जिला अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि किसान आत्मदाह कर रहे हैं और भुखमरी के कगार पर आ गए हैं. बिहार की सरकार गरीबों की विरोधी सरकार है. नहर में पानी नहीं है, बिजली किसानों के बीच नहीं है. दलित के साथ जुल्म हो रहा है और दलित के साथ रोज घटनाएँ हो रही है. बलात्कार तो आम बात हो गई है.
     धरना में पूर्व मंत्री रवींद्र चरण यादव, आनंद मंडल, दिलीप कुमार सिंह, रंजन कुमार, रवि, मनीष चंद्र दास, बालकृष्ण यादव, राजीव जोशी, विजेंद्र यादव, अंकेश कुमार, जटाशंकर कुमार, विजय कुमार विमल, गणेश गुंजन, अमोल सिंह, मंटू यादव, प्रताप नारायण सिंह, प्रोफ़ेसर त्रिभुवन मंडल, राजीव लोचन, सत्यनारायण पोद्दार, रणविजय चौधरी, दिनेश पासवान, जुगल पासवान, कृष्ण देव गुप्ता आदि मौजूद थे.
‘गरीब और किसान विरोधी है सूबे की सरकार’: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ‘गरीब और किसान विरोधी है सूबे की सरकार’: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 07, 2017 Rating: 5
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