मैट्रिक परीक्षा 2016: इनके जज्बे को भी सलाम है...

मधेपुरा जिले भर में कुल 29 परीक्षा केन्द्रों पर करीब 31 हजार परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं. पर इनमें से कुछ ऐसे परीक्षार्थी भी हैं जिन्हें देखकर एक बार ठहर जाना पड़ता है. शारीरिक विकलांगता पर इनके जज्बे भारी पड़ रहे हैं और ये उन लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं जो शरीर से मामूली लाचार होने पर ही जिन्दगी की दौड़ में हार मानकर बैठ जाते हैं.
    मधेपुरा जिला मुख्यालय के शिव नंदन प्रसाद मंडल इंटर स्तरीय विद्यालय पर परीक्षा दे रही हसीना खातून परीक्षा कक्ष तक जमीन पर घिसट कर जाती है. मधेपुरा प्रखंड के महेशुआ पंचायत के हनुमान नगर चौरा और डी.एन. हाई स्कूल रानिपट्टी सुखासन की छात्रा हसीना भले ही दोनों पैरों से लाचार है, पर हौसले में कहीं से कोई कमी नहीं दीखती है. कहती है, पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देने आई हूँ.
    दूसरी तरफ जिला मुख्यालय के ही टी.पी. कॉलेजिएट स्कूल परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रही भवानी कुमारी महज तीन फीट उंचाई की है और देखने से बच्ची लगती है. मगर मुरलीगंज प्रखंड के राजनन्दन प्लस टू हाई स्कूल प्रतापगंज की छात्रा भवानी के हौसले भी किसी से कम नहीं हैं. पिता जयकुमार यादव कहते हैं कि उनकी बेटी काफी मेहनती है और यदि किसी में गुण हो तो बाकी सारी चीजें छुप जाती है.
    जाहिर है, इन दिनों जोश के सामने शारीरिक विकलांगता कोई चीज नहीं रह जाती है और बात सही भी है व्यक्ति के गुणों की ही कद्र होती है, बाकी चीजों का क्या है?
मैट्रिक परीक्षा 2016: इनके जज्बे को भी सलाम है... मैट्रिक परीक्षा 2016: इनके जज्बे को भी सलाम है... Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 12, 2016 Rating: 5

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