जिला जज की सक्रियता से मुश्किल मामलों का हुआ हल: राष्ट्रीय लोक अदालत में 623 मामले निष्पादित और 3 करोड़ से अधिक का सेटलमेंट


बैंक मामलों के लिए ख़ास कर आयोजित लोक अदालत में आम लोगों की सबसे अधिक शिकायतें मधेपुरा जिले के सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया से थी. ऋण चुकाने और माफ़ कराने आये लोगों की शिकायत थी कि सेन्ट्रल बैंक उन्हें संतोषप्रद राहत नहीं दे रही और लोक अदालत के अन्य अधिकारियों की बातों को भी नजर अंदाज कर दे रही है. आम लोगों की पीड़ा और शिकायत सुनकर जिला न्यायाधीश खुद अधिकारियों के साथ सुलह कराने बैठ गए और बैंक अधिकारियों को उनके नियम के अनुसार मानवता दिखाते हुए अधिक से अधिक राहत देने का आदेश दिया. फिर क्या था, कई मामले सूद पूरी तरह माफ़ कर मूलधन चुकाने पर ही निष्पादित हो गए. हालांकि आज की लोक अदालत में सेन्ट्रल बैंक के कुल 254 मामलों का निष्पादन हुआ.
दूसरी तरफ आज लोक अदालत में स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया सहयोगात्मक तरीके से पेश आ रही थी और मौके पर रीजनल मैनेजर मदन मोहन बरियार, चीफ मैनेजर डी. के. कर्ण, चीफ मैनेजर रूरल विकास कुमार, सहरसा के मैनेजर जितेन्द्र दुबे, लीड बैंक के मैनेजर शिव कुमार झा, अधिकारी कुंदन कुमार आदि ने लोक अदालत में ख़ास रुचि लेकर कुल 246 मामलों का निष्पादन कराया.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, मधेपुरा के सचिव दशरथ मिश्र और सहायक शैलेश चौहान से मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न बैंकों से सम्बंधित आज कुल 623 मामलों का निष्पादन हुआ और 3 करोड़ 13 लाख 76 हजार 814 रूपयों का सेटलमेंट किया गया.
आज के राष्ट्रीय लोक अदालत में श्री अतुल कुमार श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, श्री मिथिलेश कुमार द्विवेदी, एडीजे, श्री रमन कुमार, एडीजे, श्री वीरेन्द्र कुमार, मु०न्या०दण्डा०, श्री दशरथ मिश्र, अवर न्यायाधीश, श्री अतुल कुमार पाठक, अनु० न्या० दण्डा०, श्री कुमार कौशल किशोर, मुंसिफ़, श्री मो० फ़िरोज़ अकरम, न्या० दण्डा०, श्री रामचन्द्र प्रसाद, न्या० दण्डा० आदि छ: बेंचों का सञ्चालन कर रहे थे जबकि सहायक श्याम सुन्दर सिंह, सुमन कुमारी समेत अन्य की भूमिका भी आज के सफल लोक अदालत में उल्लेखनीय रही. (नि.सं.)
जिला जज की सक्रियता से मुश्किल मामलों का हुआ हल: राष्ट्रीय लोक अदालत में 623 मामले निष्पादित और 3 करोड़ से अधिक का सेटलमेंट
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 21, 2016
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