मधेपुरा जिले के चौसा प्रखण्ड के धोषई पंचायत के केलाबारी गाँव में अभी देर शाम हुई एक पांच वर्षीय बच्चे के मौत के जिम्मेवार परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा के डॉक्टर को ठहरा रहे हैं.मिली जाकारी के अनुसार धोषई पंचायत के केलाबारी गाँव के मो0 सययाद के पुत्र मो0 डोमी को खेलने के क्रम कुछ काट लिया. परिजन बच्चे को फ़ौरन चौसा के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र इलाज के लिए लाये. परिजनों का आरोप है कि बहुत खुशामद करने के बाद पीएचसी के डॉ. गणेश प्रसाद ने बच्चे को देखा और दो तीन सूई लगवा दिया. पर कुछ घंटे के बाद डॉ. गणेश प्रसाद के द्वारा बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
परिजन बताते है कि बच्चे को लेकर घर चले गये तो वहां एहसास हुआ कि बच्चे की सांस चल रही थी और उन्होंने बच्चे को पानी भी पिलाया. जब अन्य लोगों ने भी सांस चलती देखा तो वे फिर बच्चे को लेकर अस्पताल आए तो सभी कर्मचारी और डॉक्टर अस्पताल छोड़ भाग गये. बच्चे के परिजन बच्चे को ले कर हंगामा कर रहे थे पर लोगो के समझाने पर वे बच्चे को लेकर एक निजी क्लिनिक पर गए, पर वहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया.
इसके बाद आक्रोशित लोगों ने पीएचसी आकर हंगामा और तोड़फोड़ शुरू किया, जिसके बाद चौसा थाना अघ्यक्ष सुमन कुमार सिंह वहां पहुँच कर लोगों को समझाने में लगे थे. लोगों का कहना था कि डॉ. गणेश प्रसाद शराब पीकर ड्यूटी करते हैं और इनके द्वारा पूर्व में भी कई बार लापरवाही बरती जा चुकी है. इनका तबादला किया जाय.
दूसरी तरफ आरोप के बावत डॉक्टर का कहना है कि बच्चा मारा हुआ ही था, उन्होंने सिर्फ तसल्ली के लिए सूई लगवा दी थी. बच्चे को काफी देर तक तांत्रिक के पास रखा गया था और पानी पीने की बात मनगढ़ंत है.
5 वर्ष के बच्चे की हुई मौत: डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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November 02, 2015
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