बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय की शोध छात्रा-सह-समाजसेवी रिंकी यदुवंशी द्वारा मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. रिंकी यदुवंशी ने कुलपति डॉ० विनोद कुमार के उस बयान पर हैरानी जतायी है, जिसमें कुलपति ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें ब्लैकमेल करने की साजिस है और परीक्षा विभाग में हो रहे करोड़ों रूपये के अवैध व गैर कानूनी भुगतान की उन्हें जानकारी नहीं है.
शोध छात्रा रिंकी यदुवंशी ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि मैं उनसे पूछना चाहती हूँ कि उन्हें कौन ब्लैकमेल कर रहा है। और किस चीज के लिए उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है? इसका खुलासा उन्हें करना चाहिए. अगर वे इस चीज का खुलासा नहीं करते हैं तो समझा जाएगा कि उनपर करोड़ों रूपये के लगाये गये वित्तीय अनियमितता, विश्वविद्यालय धन की अवैध निकासी, एक साजिशपूर्ण षड़यंत्र के तहत करोड़ों रूपये की काली कमाई करने के आरोप पर घबराकर वे अर्नगल प्रलाप कर रहे हैं. श्रीमती यदुवंशी ने कहा कि विगत 22 अगस्त को आयोजित सिंडीकेट की बैठक में उनके द्वारा सभी सिंडीकेट के माननीय सदस्यों को दो आरोप पत्र जिसे मैंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से लेकर निगरानी विभाग सहित दर्जनों उचित विभागों में प्रथम श्रेणी के दंडाधिकारी से शपथ पत्र बनाकर दी थी उसे सिंडीकेट बैठक में दी हूँ. उस आरोप पत्र पर पूरे सिंडीकेट में शुरू से लेकर अंत तक चर्चा चलती रही और उसके बाद भी कुलपति कह रहे हैं कि उन्हें जानकारी नहीं है जो खेद का विषय है. उन्होंने कहा कि अगर करोड़ों रूपये के लूट-खसोट का पर्दाफास किया तो लोग कह रहे हैं कि मैं अनावश्यक हस्तक्षेप कर रही हूँ. अगर लूट-खसोट करना अनावश्यक हस्तक्षेप है तो मैं मधेपुरा एवं इस विश्वविद्यालय के लिए जीवनभर इस तरह का हस्तक्षेप करती रहूंगी. मेरे द्वारा कुलपति पर लगाए गए सारे आरोपों की निष्पक्ष जांच कराई जाय.
शोध छात्रा रिंकी यदुवंशी ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि मैं उनसे पूछना चाहती हूँ कि उन्हें कौन ब्लैकमेल कर रहा है। और किस चीज के लिए उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है? इसका खुलासा उन्हें करना चाहिए. अगर वे इस चीज का खुलासा नहीं करते हैं तो समझा जाएगा कि उनपर करोड़ों रूपये के लगाये गये वित्तीय अनियमितता, विश्वविद्यालय धन की अवैध निकासी, एक साजिशपूर्ण षड़यंत्र के तहत करोड़ों रूपये की काली कमाई करने के आरोप पर घबराकर वे अर्नगल प्रलाप कर रहे हैं. श्रीमती यदुवंशी ने कहा कि विगत 22 अगस्त को आयोजित सिंडीकेट की बैठक में उनके द्वारा सभी सिंडीकेट के माननीय सदस्यों को दो आरोप पत्र जिसे मैंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से लेकर निगरानी विभाग सहित दर्जनों उचित विभागों में प्रथम श्रेणी के दंडाधिकारी से शपथ पत्र बनाकर दी थी उसे सिंडीकेट बैठक में दी हूँ. उस आरोप पत्र पर पूरे सिंडीकेट में शुरू से लेकर अंत तक चर्चा चलती रही और उसके बाद भी कुलपति कह रहे हैं कि उन्हें जानकारी नहीं है जो खेद का विषय है. उन्होंने कहा कि अगर करोड़ों रूपये के लूट-खसोट का पर्दाफास किया तो लोग कह रहे हैं कि मैं अनावश्यक हस्तक्षेप कर रही हूँ. अगर लूट-खसोट करना अनावश्यक हस्तक्षेप है तो मैं मधेपुरा एवं इस विश्वविद्यालय के लिए जीवनभर इस तरह का हस्तक्षेप करती रहूंगी. मेरे द्वारा कुलपति पर लगाए गए सारे आरोपों की निष्पक्ष जांच कराई जाय.
शोध छात्रा द्वारा बीएनएमयू के कुलपति पर लगाए गए घोटाले का आरोप पकड़ रहा तूल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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September 09, 2015
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